भिंड18 घंटे पहले
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चंबल पुल के पिलर में इस तरह आग गई हैं दरारें।
- भिंड-इटावा रोड पर बरही के पास चंबल पुल ओवर लोड वाहनों से हुआ क्षतिग्रस्त
नेशनल हाईवे-92 की भिंड इटावा रोड पर बरही के निकट स्थित चंबल पुल का दम निकल चुका है। पुल के चार गर्डर में दरारें आ गई हैं, ऐसे में पुल की मरम्मत के लिए कभी भी इस पर भारी वाहनों का आवागमन रोका जा सकता है। यह खुलासा चंबल पुल पर पिछले सात दिन से टेस्टिंग का कार्य कर रही मुंबई की कैब कंपनी ने किया है। वहीं इटावा लोक निर्माण विभाग के सेतु निगम के इंजीनियरों ने भी इसकी पुष्टि की है।
भिंड इटावा रोड पर स्थित चंबल का निर्माण वर्ष 1976 में हुआ था। क्षमता से अधिक भारी वाहनों के आवागमन से 44 साल में ही इस पुल का दम निकल गया है। स्थिति यह है कि पिछले एक दशक में यह पुल पिछले 10 बार से ज्यादा समय खराब हो चुका है। बावजूद इस पुल पर अब ओवर लोड वाहनों के एक साथ खड़े हो जाने से यह कभी भी टूट सकता है। ऐसे में इटावा सेतु निगम ने मुंबई की कैब कंपनी से इस पुल की टेस्टिंग कराया था, जिसमें काफी चौंकाने वाले स्थिति सामने आई है।
चंबल पुलिस के चार पिलर के गर्डर में आई हैं दरारें
इंजीनियरों की मानें तो इटावा से भिंड की ओर जाने पर पुल के पिलर क्रमांक दो में बायीं ओर के गाडर में दरारें आ गई है। इसी प्रकार से पिलर क्रमांक तीन, चार और छह के गाडर में भी दरारें आ रही हैं। स्थिति यह है कि गाडर की सीमेंट कंक्रीट झड़ने लगी है, उसके सरिया दिखाई देने लगे हैं। हालांकि अभी कंपनी ने पूरी डिटेल रिपोर्ट बनाकर नहीं दी है। सेतु निगम के अफसरों के मुताबिक करीब आठ दिन में कंपनी पूरी डिटेल रिपोर्ट बनाकर उनके पास भेज देगी।
झूला डालकर मशीनों के माध्यम से की गई टेस्टिंग
चंबल पुल की क्षतिग्रस्त हालत को देखते हुए इटावा सेतु निगम ने कैब कंपनी से इसकी टेस्टिंग कराई। कंपनी कर्मचारियों ने झूला डालकर पुल के नीचे मशीनों के माध्यम से उसका कंपन मापा। साथ ही क्षतिग्रस्त हो रहे पिलर, गाडर और स्लैब के फोटो खींचे हैं, जिसे वे अपनी रिपोर्ट में लगाकर सेतु निगम को देंगे।
झूला डालकर मशीनों के माध्यम से की गई टेस्टिंग
चंबल पुल की क्षतिग्रस्त हालत को देखते हुए इटावा सेतु निगम ने कैब कंपनी से इसकी टेस्टिंग कराई। कंपनी कर्मचारियों ने झूला डालकर पुल के नीचे मशीनों के माध्यम से उसका कंपन मापा। साथ ही क्षतिग्रस्त हो रहे पिलर, गाडर और स्लैब के फोटो खींचे हैं, जिसे वे अपनी रिपोर्ट में लगाकर सेतु निगम को देंगे।
मरम्मत के लिए रोका जाएगा यातायात
बताया जा रहा है कि पुल की क्षतिग्रस्त हालत को देखते हुए कभी इस पर भारी वाहनों का आवागमन रोका जा सकता है। सेतु निगम के अफसरों के मुताबिक इस बार काम ज्यादा होने की वजह से मरम्मत के दौरान सभी प्रकार का ट्रैफिक रोका जा सकता है। इसके लिए सेतु निगम के अफसर भिंड और कलेक्टर को चिट्ठी लिखेंगे।
गर्डर में दरारे आ गई हैं
चंबल पुल की खराब हालत को देखते हुए मुंबई की कैब कंपनी से उसकी टेस्टिंग कराईथी, जो कि अब पूरी हो चुकी है। कंपनी ने पूरी रिपोर्ट बनाकर अभी नहीं दी है। लेकिन जो प्राइमरी रिपोर्ट में बताया है उसके अनुसार पुल के गर्डर में दरारें आ गई है, जिसकी मरम्मत किया जाना बहुत आवश्यक है।
सुभाष चंद्र शर्मा, सहायक यंत्री सेतु निगम इटावा