जबलपुर3 मिनट पहले
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फाइल फोटो
- 200 रुपए होम सैंपल कलेक्शन चार्ज अलग से लगेगा
कोरोना की जाँच के लिए अधिकृत की गईं निजी लैब व अस्पताल अब मनमानी फीस नहीं वसूल सकेंगे। कमिश्नर हैल्थ ने बुधवार को प्रदेश में यह जाँच करने वाली लैबों के लिए राशि तय कर दी है। अब आरटीपीसीआर टेस्टिंग के लिए कोई भी लैब 1200 रुपए से अधिक फीस नहीं ले सकेगी, वहीं घर से सैंपल कलेक्ट करने पर 200 रुपए ही कलेक्शन चार्ज लिया जा सकेगा।स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए दरों का निर्धारण कर दिया है।
नेशनल एक्रेडेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलीब्रेशन लेबोरेटरीज(एनएबीएल) की मान्यता प्राप्त कुछ निजी लैब व नेशनल एक्रेडेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स (एनएबीएच) की मान्यता वाले अस्पतालों में कोविड जाँच करने की अनुमति दी गई है। अभी तक जाँच के लिए 4500 से 5000 रुपए तक लिए जा रहे थे। अब इसकी दर तय किए जाने के बाद लोगों को राहत मिलेगी। आदेश में कहा गया है कि नए शुल्क में ट्रांसपोर्टेशन, पीपीई किट व सभी टैक्स शामिल हैं।
किट का बैच नंबर सहित सुरक्षित रखना होगा हर रिकॉर्ड
पैथोलॉजी सेंटर में सैंपल देने पर सिर्फ 1200 रुपए ही आरटीपीसीआर जाँच के लिए लगेंगे, इसमें ट्रूनॉट टेस्टिंग भी शामिल है। इसके अलावा जिन शहरों में निजी लैब को रैपिड एंटीजन किट से जाँच की अनुमति दी गई है, वहाँ इस टेस्ट के लिए 900 और घर से सैंपल लेने पर 200 रुपए अतिरिक्त तय किए गए हैं। जबलपुर में किसी भी लैब को रैपिड एंटीजन टेस्टिंग की अनुमति नहीं दी गई है।
आदेश में आयुक्त ने कहा कि हर सैंपल की जानकारी उसी समय आरटीपीसीआर एप में अपलोड करनी होगी तथा निगेटिव रिपोर्ट होने पर उसकी जानकारी उस व्यक्ति को दी जाए तथा संक्रमित होने पर सीएमएचओ व आईडीएसपी सेल को तत्काल दी जाए। लैब या अस्पताल सभी को आरटीपीसीआर मशीन से उत्पन्न समस्त डाटा, ग्राफ, किट के बैच नंबर का रिकॉर्ड सुरक्षित रखने कहा गया है, जिससे जरूरत होने पर इसकी जाँच की जा सकेगी।
जिन लैबों और अस्पतालों को कोविड टेस्ट की अनुमति दी गई है उनको ये नई दरें ही लेने के लिए कहा गया है। यदि कोई इससे अधिक राशि लेता है तो शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जाएगी।
-डॉ. रत्नेश कुररिया, सीएमएचओ