श्योपुर7 घंटे पहले
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वार्ड 10 में लोगों के विरोध के बाद भी नागदा रोड पर नहर किनारे डाला जा रहा आधे शहर का कचरा।
- स्वच्छता की रेकिंग में 256 से 11वें पायदान पर अा गई नपा, फिर भी धरातल पर नहीं बदली तस्वीर
80 हजार आबादी वाले श्याेपुर शहर में राेजाना निकलने वाले 16 ट्रैक्टर-ट्राॅली सूखे-गीले कचरे का उचित निस्तारण नहीं हाे पा रहा है। नगरपालिका परिषद ने 2 अक्टूबर 2014 काे स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत के साथ शहर के मठेपुरा में ट्रेंचिंग ग्राउंड का काम शुरू किया था। इसे 6 साल पूरे हाेने जा रहे हैं, लेकिन ट्रेंचिंग ग्राउंड अभी तक आकार नहीं ले पाया है। कहने काे ताे नगरपालिका स्वच्छता की रैकिंग मेंं तीन साल में 256 से छलांग लगाते हुए इस बार 11वें पायदान पर आ गई है, मगर धरातल पर शहर की दशा नहीं बदली है।
ठेकेदाराें की मनमानी के कारण ट्रेंचिंग ग्राउंड पर 25.46 लाख की लागत से कंपोस्टिंग बेड और स्लज ड्राइंग भी 9 माह से अधूरे हैं। नपा ने बिल्डिंग मटेरियल अलग करने वाला स्लज ड्राइंग बेड के लिए 5.46 लाख रुपए और मानव मल के निस्तारण के लिए स्लज कंपोस्टिंग बेड का 20 लाख में ठेका जनवरी 2019 में दिया था। उचित निपटान नहीं हाेने के कारण अब कचरे के ढेर शहर पर बाेझ बनने लगे हैं। मठेपुरा ट्रेंचिंग ग्राउंड पर अंबार लगने के बाद नगरपालिका द्वारा शहर में कई जगह रिहायशी बस्ती के आसपास खुले में कचरा डाला जा रहा है।
शहर के वार्ड नंबर 10 में नागदा राेड पर नहर किनारे कचरे के साथ ही मृत मवेशी फेंकने का लाेग विराेध कर रहे हैं। पिछले सप्ताह सीप शांतिधाम सेवा समिति और वार्ड 10 के नागरिकाें के विराेध के बाद नपा ने नहर से कुछ दूर फिर से कचरा डालना शुरू कर दिया है। इससे शांतिधाम तक बदबू फैल रही है। जैदा मंडी राेड एवं नागदा राेड पर सफर करने वाले सैकड़ाें लाेगाें काे गंदगी का सामना करना पड़ रहा है। सीप शांतिधाम सेवा समिति ने बुधवार काे नपा प्रशासन के समक्ष आपत्ति जताई है। वहीं मुख्य नपा अधिकारी ने ट्रेंचिंग ग्राउंड में संचालित निर्माण कार्य अक्टूबर में पूरे कराने की बात कही है।
ठेकेदाराें की मनमानी की भेंट चढ़ी नपा की याेजना
मठेपुरा ट्रेंचिंग ग्राउंड पर नपा ने 25.46 लाख के टेंडर गत जनवरी में पास किए थे, लेकिन ठेकेदार काम नहीं कर रहे हैं। यहां शहर में शौचालयों से निकलने वाले मानव मल से कंपोस्ट खाद तैयार करने की योजना है। साथ ही स्लज ड्राइंग बेड और स्लज कंपोस्टिंग बेड, सफाई कर्मियों के लिए विश्राम स्थल एवं सामग्री रखने के लिए एक स्टोर रूम बनना है। स्लज ड्राइंग बेड के लिए 5.46 लाख और स्लज कंपोस्टिंग बेड के लिए 20 लाख रुपए खर्च होंगे। ईंट के टुकड़े, रेत व गिट्टी -मिट्टी को अलग करने का प्लांट भी बनेगा।
कचरे के ढेर में लग रही आग, घरों में धुआं जाने से लोग को हो रही परेशानी
शहर के मठेपुरा स्थित ट्रेंचिंग ग्र्राउंड पर कचरे का अंबार लगा है। गीला और सूखा कचरा में रासायनिक क्रिया से स्वत: आग लगने के कारण 400 घरों की बस्ती में जहरीला धुआं लाेगाें के फेंफड़ाें में समा रहा है। मठेपुरा के लाेग कई बार नपा अफसराें से लेकर कलेक्टर तक गुहार लगा चुके हैं। कलेक्टर की जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराने के बावजूद समस्या हल हाेने के बजाय बढ़ गई है। ट्रेंचिंग ग्राउंड पर जाने वाले कचरे से खाद बनाने की नगर पालिका की योजना पर काम शुरू होने का शहरवासियों को 72 महीने से इंतजार है। मठेपुरा निवासी गुड्डू मेवाती, राधेश्याम माहौर, रामनिवास मीणा, रफीक मेवाती, मांगीलाल सुमन, छोटू लाल माहौर ने बताया कि 4 साल से 400 परिवार परेशान हैं।
अगले महीने तक पूरे होंगे काम
शहर का अधिकांश कचरा मठेपुरा में निर्धारित ट्रेंचिंग ग्राउंड पर फिंकवाया जा रहा है। कंपाेस्ट खाद व कचरा निस्तारण प्लांट का काम अक्टूबर माह के अंत तक पूरे कराए जाएंगे। स्वच्छता के मानदंडों पर खरा उतरने की दिशा में यह प्लांट जरूरी हैं। जहां तक खुले स्थानाें पर कचरा डालने की शिकायत हैं, इस संबंध में स्वच्छता प्रभारी काे निर्देश दिए गए हैं।
अानंद शर्मा, सीएमओ, नपा श्योपुर