प्रदेश कांग्रेस नरसिंहपुर गैंगरेप मामले को लेकर शिवराज सरकार को घेरने में जुटी है.
नरसिंहपुर में दलित महिला से गैंगरेप (Gang rape) और सुसाइड मामले के विरोध में कांग्रेस (Congress) ने 5 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में मौन धरना देने का ऐलान किया है.
कांग्रेस कमेटी ने 5 अक्टूबर को गांधी और बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा पर मौन धरना देने का ऐलान किया है. सभी जिला इकाइयों को इस संबंध में पीसीसी ने निर्देश जारी कर दिए हैं. यूपी के हाथरस और नरसिंहपुर की घटना के विरोध में कांग्रेसियों का मौन धरना होगा. वहीं प्रदेश में बढ़ते गैंगरेप के मामले को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो गई है.
शिवराज सरकार पर निशाना
कांग्रेस के नेता एनपी प्रजापति ने प्रदेश में बढ़ते गैंगरेप के मामले पर सरकार पर निशाना साधा है. सतना में दलित युवक की पिटाई के बाद अब तक हुए गैंगरेप के मामलों को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं.कांग्रेस नेता एनपी प्रजापति ने कहा है कि प्रदेश में पुलिस अफसरों के तबादलों के कारण इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं. प्रशासनिक तबादलों के चलते गैंगरेप के मामले हो रहे हैं और मामलों पर अफसर सुनवाई नहीं कर रहे हैं. प्रदेश में पुलिस की नैतिकता खत्म होने का आरोप भी कांग्रेस ने लगाया है.
कांग्रेस विधायक सुनीता पटेल ने खत्म किया धरना
नरसिंहपुर से एडिशनल एसपी राजेश तिवारी को हटाने की मांग को लेकर बीते 13 दिनों से धरने पर बैठी कांग्रेस विधायक सुनीता पटेल ने अपना धरना खत्म कर दिया है. गाडरवारा से कांग्रेस विधायक सुनीता पटेल ने एएसपी राजेश तिवारी पर इलाके में अराजकता फैलाने और अवैध खनन को संरक्षण देने का आरोप लगाया था. इसी के चलते कांग्रेस विधायक बीते 13 दिनों से भोपाल में धरने पर बैठी थी. लेकिन नरसिंहपुर में गैंगरेप के मामले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एएसपी और एसडीओपी पर की गई कार्रवाई के बाद सुनीता पटेल ने अपना धरना खत्म कर दिया.