Two lakhs were sanctioned and only 30 thousand came in hand | स्वीकृत हुए थे दो लाख और हाथ में आए सिर्फ 30 हजार

Two lakhs were sanctioned and only 30 thousand came in hand | स्वीकृत हुए थे दो लाख और हाथ में आए सिर्फ 30 हजार


कुंडमएक घंटा पहले

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  • संबल योजना में धोखाधड़ी का आरोप, कुंडम तहसील के ददरगवां ग्राम पंचायत में सामने आया मामला, कलेक्टर, एसपी से की शिकायत

मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना में धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। हितग्राहियों को योजना की पूरी रशि नहीं मिली है। हितग्राहियों ने योजना के नाम पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। इसकी शिकायत कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ व थाना प्रभारी से की गई है।

हितग्राहियों ने शपथ पत्र देकर बताया है कि दो लाख पांच हजार रुपए की राशि में से केवल उन्हें 50 या 30 हजार रुपए ही प्राप्त हुए हैं। मामला कुंडम तहसील के ददरगवा पंचायत का है। अधिकारियों ने जाँच के निर्देश दिए हैं।
ददरगवां पंचायत के 6 हितग्राहियों ने बताया कि उनके घर में परिजन की मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद उन्होंने संबल योजना के लाभ के लिए आवेदन किया। इसके बाद राशि उनके कियोस्क बैंक खाते में पहुँची। पंचायत का मेट सुभाष यादव उन्हें कई बार कियोस्क बैंक ले गया। जहां उनके कई बार अंगूठे मशीन में लगाए गए। आखिर में उन्हें यह बताया गया कि उनके खाते में कम राशि आई है। ग्रामीणों ने अंगूठा लगवाकर खातेे से राशि निकालने का आरोप लगाया है।

दूसरे के खाते में डाल दी योजना की राशि
ग्राम खमरवानी पंचायत ददरगवां निवासी जयपाल सिंह पिता जान सिंह ने बताया कि एक साल पहले उनकी मां की मौत हो गई थी। संबल योजना के तहत आवेदन किया। इसके बाद राशि उसके खाते में आने की वजाय अन्य व्यक्ति जान सिंह पिता बेड़ी लाल के खाते में डाल दी गई। उसे बताया गया कि केवल 50 हजार रुपए ही उन्हें मिले हैं। उसे दो लाख 5 हजार रुपए में से केवल 50 हजार रुपए ही दिए गए हैं। शेष राशि धोखाधड़ी करके हड़प ली गई है।

20 से 25 बार लगवाया अंगूठा
ग्राम खमरवानी पंचायत ददरगवा निवासी बहादुर सिंह गोंड ने बताया कि एक साल पहले उसके पिता शैतान सिंह की मौत हो गई थी। जिसके बाद उसने संबल योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन किया। इसके बाद खमरवानी निवासी सुभाष यादव उसे इलाहाबाद बैंक के कियोस्क 20 से 25 बार ले गया। जहां उसका मशीन में अंगूठा लगवाया गया। हर बार यही कहता कि सर्वर डाउन है। आखिर में उसे 30 हजार रुपए दिए गए कि इतनी ही राशि खाते में आई है। बहादुर सिंह ने आशंका जताई है कि हर बार अंगूठा लगाकर राशि निकाली गई, लेकिन उसे नहीं दी गई है।

स्टेटमेंट से पता चला कि आए थे 2.05 लाख
पीडि़त जयकरण गोंड़ ने बताया कि जब कई लोगों को कम राशि मिली तो उन्हें राशि हड़पने की आशंका हुई। सभी ने बैंक स्टेटमैंट निकलवाया तो पैरो तले जमीन खिसक गई। उन्हें पता चला कि योजना की पूरी राशि आई है, लेकिन उन्हें नहीं दी गई। गांव के 6 हितग्राहियों ने राशि पूरी नहीं देने और कियोस्क बैंक संचालक से साठगांठ करके राशि हड़पने का आरोप लगया है।

ग्रामीणों ने बताया कि सुभाष यादव गांव का मेट है, इसलिए सब उस पर विश्वास करते थे। इसी का फायदा उठाकर उसने साठगांठ करके राशि हड़प ली। पीडि़तों ने बताया कि कलेक्टर ने समिति बनाकर जाँच के निर्देश दिए हैं। वहीं पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में जांच की जा रही है।

ये है संबल योजना
संबल योजना के तहत सामान्य मृत्यु पर 2 लाख रुपए की राशि और दुर्घटना से मृत्यु होने पर चार लाख रुपए की राशि परिजन को देने का प्रावधान किया गया था। स्थाई अपंगता पर 2 लाख रुपए की अनुग्रह सहायता और आंशिक स्थाई अपंगता पर एक लाख रुपए की अनुग्रह सहायता देने का प्रावधान किया गया था।



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