विदिशा17 घंटे पहले
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- जिले में कांटेक्ट ट्रेसिंग के सैंपल बंद…इसलिए पॉजिटिव केस मिलने की रफ्तार में आई कमी
जिले में पॉजिटिव केस मिलना कम हो गए हैं। अक्टूबर के पहले दिन 18, दूसरे दिन 15, तीसरे दिन 24, चौथे दिन 9 और पांचवें दिन 11 केस आए। जबकि सितंबर के पहले दिन 26, दूसरे दिन 32, तीसरे दिन 23, चौथे दिन 25 और पांचवें दिन 35 केस सामने आए थे। इस खबर से आपको राहत मिल सकती है, लेकिन हकीकत बुरी है।
दरअसल, सितंबर के शुरुआती दिनों में रोजाना 646 सैंपल से ज्यादा लिए जा रहे थे। वहीं अब सैंपल की संख्या 338 से नीचे आ गई है। जिले में पॉजिटिव केस के मामले अचानक कम हो जाना सभी को चौंका रहा है। सितंबर के शुरूआती 10 दिन में एक-दो दिन छोड़कर 30 से ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आ रहे थे। अक्टूबर के शुरुआती दिनों में 11 से 15 केस सामने आ रहे हैं जो राहत भरा है लेकिन संक्रमित कम होने का बड़ा कारण कांटेक्ट सैंपल लेना बंद करना है। इधर, वक्त के साथ सैंपलिंग बढ़ा देनी चाहिए था, जबकि अक्टूबर के शुरुआती दिनों में 50 फीसदी से कम सैंपल लिए गए। एक तरह से आंकड़ों के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग राहत महसूस करा रहा है।
सितंबर में 776 पॉजिटिव केस मिले, रोजाना का औसत 25 से ज्यादा
पॉजिटिव कम होने के पीछे ये हैं बड़े कारण
1 पॉजिटिव के संपर्क में आए अन्य लोगों के सैंपल नहीं लिए जा रहे हैं। ज्यादा संक्रमित इस माध्यम से ही सामने आ रहे थे।
2 सितंबर में 15661 सैंपल लिए गए। यानि की रोजाना का सैपलिंग औसत 522 से ज्यादा था। वहीं सितंबर के शुरुआत के 5 दिन में 3231 सैंपल लिए थे। यानि की ये औसत शुरुआत में 646 जांच का था। जबकि अक्टूबर के शुरुआती 5 दिनों में 1689 लोगों के सैंपल लिए हैं। रोजाना का सैंपलिंग औसत 338 है।
3 जिले में रैपिड एंटीजन से ज्यादा जांच की जा रही है। इसके परिणाम जल्दी आते हैं लेकिन 100% सटीक नहीं है। इसके उदाहरण भी सामने आ चुके हैं।
रोज 501 सैंपल लिए जा सकते हैं, कम हो तो दूसरे जिलों से लो: प्रमुख सचिव
सहकारिता एवं श्रम विभाग के प्रमुख सचिव और जिले में कोरोना के कार्यों की समीक्षा के लिए राज्य स्तर से नियुक्त प्रभारी सचिव उमाकांत उमराव ने सोमवार को कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में समीक्षा बैठक की। बैठक में कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने बताया कि जिला मुख्यालय के साथ-साथ बासौदा, सिरोंज, कुरवाई, लटेरी में भी कोविड केयर सेन्टर संचालित किए जा रहे हैं। प्रभारी सचिव ने कहा कि जिले में परीक्षण की क्षमता 501 है जबकि इतने सैंपल जिले में नहीं लिए जा रहे। इसलिए आसपास जिलों के सैंपल मंगाए और जांच करें।
उदाहरण… सैंपलिंग बढ़ेगी तो ज्यादा सामने आएंगे मरीज: जिले में जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने में मिला था। सितंबर के महीने में 15661 सैंपल लिए गए थे और इनमें से 776 केस सामने आए थे।
मंडीबामोरा के युवक की दिल्ली में मौत
मंडीबामोरा में कोरोना से एक 35 वर्षीय युवक की मौत हो गई। युवक को परिजन इलाज के लिए दिल्ली भी ले गए थे लेकिन उसके स्थिति नहीं सुधरी और वहीं मौत हो गई। अंतिम संस्कार भी दिल्ली में हुआ। विदिशा जिले में कोरोना से 35 से मरीजों की मौत हो चुकी है।