बाड़ी2 घंटे पहले
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- सामूहिक तौर पर चल रही कोचिंग पर जताया एतराज, नियमों की अवहेलना का लगाया आरोप
कस्बे में धड़ल्ले से चल रहे कोचिंग सेंटरों को लेकर सोमवार को इलाके के समस्त निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा आपत्ति दर्ज कराते हुए जिला कलेक्टर के नाम उपखंड अधिकारी राधेश्याम मीणा को ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने बताया कि कोरोना काल में जहां सोशल डिस्टेंसिंग को बरतने के लिए सीधी गाइडलाइन दी गई है तो वहीं प्रशासन की नाक के नीचे कोचिंग धड़ल्ले से चल रही है।
इसमें सैकड़ों की संख्या में बच्चे एक साथ बिठाकर पढ़ाए जा रहे हैं जबकि निजी शिक्षण संस्थानों को विद्यालय ना खोलने की सख्त हिदायत है। ज्ञापन में कहा कि निजी कोचिंग सेंटरों,ट्यूशन केंद्रों और कुछ स्कूलों में सामूहिक रूप से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है,इन संचालकों को ना तो कोरोना का भय है ना संक्रमण फैलने की चिंता,इनको अपने धंधे से मतलब है ऐसे में इनके खिलाफ प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही भी नहीं हो रही है,सुबह से शाम तक इन ट्यूशन केंद्रों,कोचिंग सेंटरों पर बच्चों को समूह के रूप में बिना मास्क लगाये,बिना सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंस के इधर-उधर होते हुए देखा जा सकता हैं।
शहर में ट्यूशन केंद्र,कोचिंग सेंटर धड़ल्ले से बिना अनुमति के चल रहे हैं इनमें से किसी का रजिस्ट्रेशन भी नहीं है लेकिन स्थानीय प्रशासन इतना कमजोर है कि कभी भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करता,कई बार इन सेंटरों पर झगड़े फायरिंग जैसी घटनाएं भी हुई हैं।
क्या कहते हैं उपखंड अधिकारी
निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा दिए गए ज्ञापन के बारे में जब उपखंड अधिकारी राधेश्याम मीणा से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि इस बाबत मुझे शिकायत प्राप्त हो चुकी है जिसे लेकर मैं जल्द ही कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन देता हूं कोरोना गाइडलाइन को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी