आष्टा9 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
- खाचरोद-सिददीकगंज का 21 किमी मार्ग 26 करोड़ से एमपीआरडीसी को बनाना है
शासन ने क्षेत्र के सबसे खराब सड़क मार्ग खाचरोद-सिददीकगंज मार्ग के लिए 26 करोड़ की लागत से उक्त रोड की तीन साल पहले स्वीकृति दी थी, लेकिन उसकी टेंडर प्रक्रिया उलझती रही। जबकि अब नए सिर से टेंडर भी हो चुके हैं तथा वर्क आर्डर भी जून माह में हो चुका है, लेकिन काम अभी तक भी शुरू नहीं हो सका है। रोड बनने के इंतजार में सिददीकगंज के लोगों ने पार्वती नदी घाटी की खराब हालत को देखते हुए उसे जनभागीदारी से बनाना शुरू कर दिया है।
खाचरोद से लेकर सिददीकगंज की दूरी 13 किमी है, लेकिन वहां तक पहुंचने के लिए एक घंटे से अधिक का समय लगता है। यह हालत खाचरोद से लेकर धुराड़ाकलां आष्टा विधानसभा क्षेत्र के अंतिम गांव तक है। उक्त मार्ग के निर्माण कार्य की स्वीकृति तीन साल पहले शासन स्तर से हो चुकी है। जिसे खाचरोद से लेकर देवास जिले के हाटपिपलिया तक 21 किमी तक निर्माण कार्य होना है। जिसे एमपीआरडीसी द्वारा बनाया जाना है। उसके लिए 26 करोड़ रुपए मंजूर हुए हैं।
तभी से उक्त रोड के टेंडर प्रक्रिया चल रही है, लेकिन कई बार कैंसिल होने से उलझती रही। इस बीच पीडब्ल्यूडी मरम्मत कार्य कराती रही है। इस रोड पर चार पहिया व दो पहिया वाहन चलाना बहुत ही मुश्किल हो गए हैं। सबसे ज्यादा खराब हालत सिद्दीकगंज पार्वती नदी की घाटी पर बड़े-बड़े गड्ढे हो जाने के कारण बनी हुई है। इसे देखते हुए ग्रामीणों ने जनभागीदारी से बिना शासन की मदद से करने का बीड़ा उठाया। पार्वती घाटी को जेसीबी से खोदकर उस पर मुरम डालकर घाटी पर हुए गडढों को पूरा गया है।
युवाओं ने अलख जगाई- गांव के मान सिंह योगी, दीपक मालवीय,राकेश करोरिया,दीपक ठाकुर, लोकेंद्र प्रजापति, देवेंद्र सिंह ठाकुर, सोनू योगी, तेज सिंह ठाकुर,जगदीश दूधी, दीपक शर्मा, मान्या खान, सतीश वर्मा,अजय राठौर,वासु सोलंकी,संदीप बगाना, अरुण श्रीवास्तव, नरेंद्र राठौर, रविंद्र ठाकुर ने घाटी मार्ग को ठीक करने की अलख जताई। खास बात यह है कि यह सभी अलग जाति,धर्म के हैं, लेकिन विकास के नाम पर सभी ने एक होकर जनभागीदारी की। टोचन करके खींचना पड़ते थे वाहन- ग्रामीणों का कहना है कि खाचरोद से सिद्धिकगंज रोड जो काफी खराब है। वहीं पार्वती नदी की घाटी जो एकदम सीधी है।
प्रशासन ने नहीं दिया ध्यान
प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, इसीलिए हम सभी ग्रामीणों द्वारा पैसे इकट्ठे करके जेसीबी की मदद से रोड को खोदा व उस पर मुरम डाली गई। जिससे आए दिन ग्रामीणों व वाहन चालकों को वाहन चलाने पर ज्यादा परेशानी न हो।
तीन साल से बन रहा पुल
ग्रामीणों ने बताया कि पार्वती नदी के पुल में करीब 3 साल से काम चल रहा है वह अभी तक भी बनकर तैयार नहीं हुआ है। यदि जल्दी तैयार हो जाता तो ग्रामीणों को इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ती।
रोड का इस माह में शुरू हो सकता है काम
उक्त रोड को एमपीआरडीसी द्वारा बनाया जाना है। उसके वर्क आर्डर भी हो चुके हैं। इस माह में काम शुरू हो सकता है। हरि शंकर बडकुल, एसडीओ, पीडब्ल्यूडी