युवती विशाखापट्टनम (Visakhapatnam) के रास्ते ललितपुर तक गांजा लाकर भोपाल में तस्करी करती थी. उसका कहना है कि मॉल में सेल्समैन की नौकरी छूटने के कारण वह इस धंधे में आ गई.
युवती विशाखापट्टनम (Visakhapatnam) के रास्ते ललितपुर तक गांजा लाकर भोपाल में तस्करी करती थी. उसका कहना है कि मॉल में सेल्समैन की नौकरी छूटने के कारण वह इस धंधे में आ गई.
शाहपुरा पुलिस ने बताया कि मुखबिर ने सूचना दी कि बावडिया ओवर ब्रिज की तरफ से एक महिला और एक पुरूष टीव्हीएस जूपीटर और बाइक से आ रहे हैं, जिनके पास अवैध गांजा है. पुलिस ने इन सूचना पर रेलवे ओवर ब्रिज पर एक महिला टीव्हीएस जूपीटर एमपी 05 एमएन 7327 और बाइक यूपी 94 डबल्यू 8502 की तलाशी ली. उसमें एक किलो दो सौ ग्राम गांजा मिला. युवक का नाम कुलदीप पाठक उर्फ अजय पाठक है और युवती ने अपना नाम नीलम पुरी बताया है. दोनों यूपी के रहने वाले हैं.
युवती इसलिए बनी गांजा तस्कर
युवती विशाखापट्टनम के रास्ते ललितपुर तक गांजा लाकर भोपाल में तस्करी करती थी. उसका कहना है कि मॉल में सेल्समैन की नौकरी छूटने के कारण वह इस धंधे में आ गई. युवती भोपाल में लॉकडाउन के पहले सेल्समैन की नौकरी करती थी. लॉकडाउन में नौकरी छूट गई. नौकरी छूट जाने के कारण बेरोजगारी से जूझ रहे इस युवती ने इस गोरखधंधे में उतरने का मन बनाया. वह विशाखापट्टनम से गांजा का पैकेट ट्रेन की किसी बोगी में छोड़ देती और खुद दूसरी बोगी में टिकट लेकर बैठ जाती थी. वह इसलिए ऐसा करती थी किगांजा पकड़ा भी जाए तो उस तक पुलिस नहीं पहुंच सके. युवती का पति से तलाक हो गया था. इसके बाद वह आरोपी कुलदीप के संपर्क में थी और उसी के साथ गांजा तस्करी का काम करने लगी.