सितंबर 2020 में इलेक्ट्रिक 2-व्हीलर्स की बिक्री में शानदार बढ़ोतरी हुई है.
सोसायटी ऑफ मैन्युफेक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल (SMEV) के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले सितंबर 2020 में हाईस्पीड इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों (Electric 2-Wheelers) की बिक्री में 72 फीसदी का इजाफा हुआ है. जहां सिंतबर 2019 में 1,473 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था, वहीं, सितंबर 2020 में ये संख्या बढ़कर 2,544 हो पहुंच गई है.
सितंबर में बिके 2,544 इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स
सोसायटी ऑफ मैन्युफेक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल (SMEV) के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले सितंबर 2020 में हाईस्पीड इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री में 72 फीसदी का इजाफा हुआ है. जहां सिंतबर 2019 में 1,473 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था, वहीं, सितंबर 2020 में ये संख्या बढ़कर 2,544 हो पहुंच गई है. अप्रैल-सितंबर 2020 के दौरान इस सेक्टर ने काफी उथल-पुथल देखी. चालू वित्त वर्ष की शुरुआत ही अनिश्चितता के माहौल से हुई लेकिन अच्छी बात यह है कि अब इसका ग्राफ धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. एसएमईवी के डायरेक्टर जनरल सोहिंद्र गिल ने उम्मीद जताई है कि त्योहारी सीजन में मांग बढ़ सकती है.
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एसएमईवी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-सितंबर 2020 के दौरान 25 फीसदी कम हाई स्पीड इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स बिके. चालू वित्त वर्ष के पहली छमाही में कुल 7,552 हाई स्पीड इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स का रजिस्ट्रेशन किया गया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में कुल 10,161 वाहनों का पंजीकरण किया गया था. इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए हाल में केंद्र और राज्य सरकारों ने कई कदम उठाए हैं. फेम-2 को लेकर भी सरकार से कई उम्मीदें हैं.
‘बैटरियों पर जीएसटी घटाकर 5 फीसदी हो’
एसएमईवी का कहना है कि सब्सिडी के लिए दोपहिया वाहनों से रेंज क्राइटेरिया भी हटाया जाना चाहिए. अलग से बेची जाने वाली बैटरियों पर लगने वाली जीएसटी दर 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी की जानी चाहिए. सेक्टर ने मांग की है कि केंद्र सरकार को स्वच्छ भारत कैंपेन के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल का संदेश देना चाहिए. हालांकि, सरकार के उस कदम का सेक्टर ने स्वागत किया, जिसके तहत अब बिना बैटरी के इलेक्ट्रिक वाहन बेचे जा सकते हैं. पीएमपी गाइडलाइंस की वजह से भी इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी.