उज्जैन14 मिनट पहले
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किसान राहुल, जिसकी रास्ते में मौत हो गई।
- बिलजी बिल नहीं भरने पर मृतक के साथी को नीलगांगा पुलिस पकड़कर थाने ले आई थी
- कोर्ट से जमानत मिलने पर वे घर लौट रहे थे, गाेंदिया फंटे के पास युवक की तबीयत बिगड़ी
- पुलिस बोली – युवक को शराब पीने के बाद सीने में दर्द हुआ, हार्ट अटैक आने से मौत हो गई
उज्जैन में थाने से लौटकर घर जा रहे एक किसान की मौत होने का मामला गरमा गया है। मुल्ला सुलेमान गांव का रहने वाला किसान राहुल अपने परिचित को छुड़वाने के लिए थाने पहुंचा था। परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। राहुल जब अपने परिचित की जमानत के बाद उसका मोबाइल लेने थाने पहुंचा तो यहां लॉकअप में बंद एक व्यक्ति ने उससे पानी मांगा। पानी देने पर पुलिस वालों ने राहुल के कपड़े उतारकर उसे बुरी तरह पीटा। इसी कारण घर लौटते समय रास्ते में वह औंधे मुंह गिरा और उसकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस का कहना है कि शराब पीने के बाद हार्ट अटैक से हुई है। परिजनों के आरोपों की जांच की जाएगी।

सुभाष प्रजापति को छुड़वाने आया था राहुल।
साथी की जुबानी पूरी कहानी…
- साथी सुभाष प्रजापति ने बताया कि परसों रात पुलिस बिजली बिल को लेकर मुझे घर से पकड़कर थाने ले आई थी। राहुल सहित दो-तीन लोग रात में मुझे छुड़ाने के लिए आए थे। उसने पुलिस से कहा कि यह किसान है इसका क्या जुर्म है। इस पर पुलिस ने कहा कि सुबह जमानत होगी, इसके बाद ही इसे छोड़ा जाएगा। इसके बाद वे कुछ देर रुकने के बाद लौट गए। इसके बाद सुबह मेरे भाई और पिताजी के साथ फिर से राहुल थाने आया था। पुलिस मुझे करीब ढाई बजे कोर्ट लेकर गई। वहीं, जमानत होते-होते 6 बज गए। हम घर जा रही रहे थे कि मुझे मेरे फोन की याद आई। साथ आए पुलिसवालों से मैंने फोन मांगा तो वे बोले- बेटा थाने चला जा वहां तुझे फोन मिल जाएगा। हम थाने पहुंचे, वहां राहुल ने कहा कि सर इसका फोन दे दो।
- इसी दौरान रातभर से लॉकअप में साथ रहने वालों ने मुझसे कहा कि पानी की बोतल दे दो। मैं पानी दे रही रहा था कि वहां बैठे साहब ने कहा कि नहीं देना है पानी, तू अपना काम करने आया है कि यहां रिश्तेदारी निभाने आया है। इस पर राहुल ने उन्हें पानी की बोतल दे दी। इस पर सादी ड्रेस में आए पुलिस जवान ने गाली देते हुए कहा कि क्या दिया तूने उसे। उसने कहा कि पानी की बोतल दी है। इसके बाद तत्काल लॉकअप की चेकिंग की गई। इसके बाद शटर बंद करते हुए मुझे बाहर भगा दिया।
- इसके बाद पुलिसवालों ने उसके कपड़े निकाले और मेरे सामने ही उसे पीटा। मुझे लगा कि मेरे कहने से तो उसे छोड़ेंगे नहीं, इसके बाद मैंने अपने एक परिचित को कॉल किया। परिचित बंटी भैय्या आए और उन्होंने उसे छुड़वाया। इसके बाद हम पिताजी के साथ गांव के लिए निकले। उसने रास्ते में कहा कि मुझे लॉकअप में बंद कर बहुत मारा। मेरा तो जी घबरा रहा है। उन्होंने लाल पेन से मुझसे लिखवाया। इसके बाद हमने चिंतामणि पर शराब खरीदी। हम गाेंदिया फंटे के पास पहुंचे तो राहुल ने कहा कि मेरा जी घबरा रहा है। हमने गाड़ी रोकी तो उसने बोतल से पानी पिया। पानी पीते ही उसने उलटी की। वह बिना कुछ बोले मुंह के बल गिर गया। हमें ऐसा लग रहा है कि उसकी मौत पुलिस की मार से हुई है।

सीएसपी बाेले – परिजनों को लिखित आवेदन देने को कहा है।
पुलिस बोली- अटैक आने से युवक की जान गई
वहीं, पूरे मामले में सीएसपी रजनीश कश्यप का कहना है कि पुराने इलेक्ट्रिक बिल नहीं भरने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। मामले में एक स्थाई वारंटी को पकड़कर लाया गया था। उसके कुछ साथी उसे छुड़ाने आए थे। जमानत के बाद वे मोबाइल लेने थाने पहुंचे थे। उन्होंने रास्ते में एक कलाली से शराब खरीदकर पी। इसके बाद गोंदिया फंटे के पास स्थित यात्री प्रतीक्षालय में ये बैठकर बात कर रहे थे। यहीं पर मृतक को सीने में दर्द हुआ, उसे उल्टी हुई और हार्ट अटैक से उसकी मौत हाे गई। मौत की सूचना के बाद चिंतामण पुलिस ने उसे अस्पताल भिजवाया। परिजनों का आरोप है कि युवक के साथ नीलगंगा थाने में मारपीट की गई है। परिजनों को बिना कपड़ों के बॉडी दिखाई गई, उन्होंने संतोष जताया कि कहीं कोई चोट के निशान नहीं हैं। उन्होंने पीएम के दौरान वीडियोग्राफी की मांग की, उनकी बात को मानकर वीडियोग्राफी करवाई गई है। इन्हें लिखित में शिकायत करने को कहा गया है। निष्पक्ष कार्रवाई कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सुभाष प्रजापति बोला- मेरे सामने कपड़े उतारकर पीटा।