Record of vehicles and driving license will be online, anyone can see; Smart Chip Private Limited will link data in MP | वाहनों और ड्राइविंग लाइसेंस का रिकॉर्ड होगा ऑनलाइन, कोई भी देख सकेगा; मप्र में स्मार्ट चिप प्राइवेट लिमिटेड लिंक करेगा डेटा

Record of vehicles and driving license will be online, anyone can see; Smart Chip Private Limited will link data in MP | वाहनों और ड्राइविंग लाइसेंस का रिकॉर्ड होगा ऑनलाइन, कोई भी देख सकेगा; मप्र में स्मार्ट चिप प्राइवेट लिमिटेड लिंक करेगा डेटा


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भोपालएक घंटा पहले

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प्रतीकात्मक फोटो

  • एक राज्य के वाहन का दूसरे में फिर से रजिस्ट्रेशन भी नहीं किया जा सकेगा
  • सोमवार से शुरू होगी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया

भोपाल सहित प्रदेश के वाहनों और ड्राइविंग लाइसेंस का डाटा अब एक प्लेटफॉर्म पर मिल सकेगा। इसके लिए वाहन और सारथी की लिंक हर प्रदेश के परिवहन विभाग की वेबसाइट पर दी जाएगी। देशभर में कोई भी व्यक्ति इस डाटा को देख सकेगा। इसका फायदा यह होगा कि किसी भी किस्म की डुप्लीकेसी से बचा जा सकेगा। वहीं, कोई भी व्यक्ति एक ही राज्य में अपना दोबारा ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनवा सकेगा।

इतना ही नहीं, एक राज्य के वाहन का दूसरे में फिर से रजिस्ट्रेशन भी नहीं किया जा सकेगा। इससे चोरी किए गए वाहनों का दूसरे राज्यों में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया जा सकेगा। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर मुकेश जैन ने बताया कि केंद्रीय भू-तल व परिवहन मंत्रालय के निर्देश पर हर राज्य का डाटा एक प्लेटफॉर्म पर शेयर किया जा रहा है।

सोमवार से शुरू होगी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में गुरुवार से सॉफ्टवेयर अपडेशन की प्रक्रिया के चलते ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम बंद रहा, लेकिन फिर भी कुछ आवेदक लाइसेंस बनवाने आरटीओ पहुंच गए। हालांकि उन आवेदकों के लर्निंग व परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस स्मार्ट चिप प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी करते रहे, जिनके लाइसेंस पिछले दो से तीन दिनों के दौरान बनाए गए हैं।

आरटीओ संजय तिवारी ने बताया कि दो दिन गुरुवार और शुक्रवार को सॉफ्टवेयर अपडेशन के चलते ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनाए जाने की सूचना आवेदकों को देते हुए अपाइंटमेंट री-शेड्यूल करवाने की जानकारी दे दी गई थी, लेकिन इसके बाद भी आवेदक आरटीओ पहुंच गए, जिन्हें यह जानकारी नहीं मिल सकी थी। ऐसे आवेदकों को बता दिया गया कि अब सोमवार से ही लाइसेंस बनाए जाने की प्रक्रिया फिर शुरू हो सकेगी।

तीन साल से चल रही कवायद
वाहन और सारथी जैसा की नाम से ही स्पष्ट है, यहां वाहन जानकारी के साथ लिंक रहेगा। जबकि सारथी यानी वाहन चलाने वाले से संबंधित की जानकारी की रहेगी। इन दोनों पर ही पिछले तीन सालों से विभिन्न स्तर पर काम चल रहा है, लेकिन कुछ राज्यों में अब भी परिवहन विभाग की वेबसाइट पर उतनी व्यवस्थाएं नहीं हैं कि डाटा शेयर किय जा सके। इसलिए इतना समय इस काम में लग रहा है। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि इस साल के अंत तक काम पूरा हो जाएगा।



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