8-Month-Old Baby Electrocuted While Playing At Home In Bhopal Bajaria Area | भोपाल में घर में खेलते समय मासूम ने पानी की मोटर का तार पकड़ लिया था: अस्पताल में 5 घंटे तक जिंदगी और मौत से लड़ता रहा

8-Month-Old Baby Electrocuted While Playing At Home In Bhopal Bajaria Area | भोपाल में घर में खेलते समय मासूम ने पानी की मोटर का तार पकड़ लिया था: अस्पताल में 5 घंटे तक जिंदगी और मौत से लड़ता रहा


भोपाल41 मिनट पहले

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घर में खेलते समय मासूम ने बिजली का तार पकड़ लिया था।

  • परिजन की अपील- बच्चे का पोस्टमार्टम ना किया जाए
  • हादसे के बाद से ही मां की हालत नाजुक बनी हुई है

भोपाल के बजरिया थाना क्षेत्र में घर में खेलते समय 8 माह के मासूम को करंट लग गया। परिजन उसे अस्पताल ले गए। करीब 5 घंटे तक वह जिंदगी और मौत से जूझता रहा, लेकिन आखिरकार मासूम जिंदगी की जंग हार गया। घटना के बाद से ही मां की हालत गंभीर बनी हुई है। पिता अस्पताल में अपने बच्चे को गोद में लिए रहे। उनका पुलिस से कहना था कि बच्चा का पीएम ना कराया जाए।

द्वारका नगर बजरिया निवासी राजीव विश्वकर्मा जुमेराती में एक प्लास्टिक शॉप में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार दोपहर में उनका 8 महीने का बेटा ऋषभ खेल रहा था। घर पर उनकी पत्नी और मां मौजूद थीं। खेलते-खेलते वह घर में रखी पानी की मोटर के पास पहुंच गया। मोटर बंद थी और स्विच भी ऑफ था, लेकिन उसने मोटर का तार छू लिया। इसमें अर्थिंग के कारण करंट आ रहा था। वह झटके से गिर गया। उसे गिरता देखकर मां और पत्नी ने मुझे सूचना दी और उसे अस्पताल ले गए। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने शाम को उसे मृत घोषित कर दिया

ऋषभ शुक्रवार को ही 9 महीने का हुआ था।

ऋषभ शुक्रवार को ही 9 महीने का हुआ था।

पत्नी की हालत नाजुक है
हादसे के वक्त घर में मां और पत्नी ही थीं। उसने बेटे को तड़पते देखा। उसे गोद में उठाए अस्पताल भागी थी। बच्चे की मौत की खबर सुनने के बाद से उसकी भी हालत बिगड़ गई। वह बोल भी नहीं पा रही है। मुझे भी समझ में नहीं आ रहा। मैं क्या करूं?

कल ही तो 9 महीने का हुआ था
राजीव ने बताया कि ऋषभ उनका दूसरा बेटा। करीब 9 महीने पहले उसका जन्म हुआ था। कल ही के दिन वह 9 माह का हुआ था। हम उसका पहला जन्मदिन भी नहीं मना पाए। मैं डॉक्टरों से भी कह चुका हूं कि मुझे किसी तरह की कोई आशंका नहीं है। बेटे का पोस्टमार्टम ना करें। पुलिस से भी कह चुका हूं, लेकिन कोई सुन नहीं रहा है।



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