Hardly got your rose Shah Baba …: Nathu Mastana | मुश्किल से दर मिला है तुम्हारा गुलाब शाह बाबा…: नत्थू मस्ताना

Hardly got your rose Shah Baba …: Nathu Mastana | मुश्किल से दर मिला है तुम्हारा गुलाब शाह बाबा…: नत्थू मस्ताना


नौगांवएक घंटा पहले

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  • सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बाबा गुलाब शाह के 54वें उर्स में सैकड़ों भक्तों ने टेका माथा

नगर में वंशी वाले श्याम बाबा, हजरत गुलाब शाह बाबा के 54वें उर्स के तीसरे दिन शनिवार को बड़ी संख्या में बाबा के भक्त पहुंचे और माथा टेक कर मुरादें पूरी करने की दुआ मांगी। अनेक श्रद्धालुओं ने चादर चढ़ाई। तीसरे दिन पूरे दिन सूफियाना कव्वालियों की महफिल सजी रही। बाबा के भक्तों ने दिनभर सूफियाना नज्मों का लुत्फ उठाया और जमकर झूमे। दरबार में शाम को फिर एक बार कव्वालियों का प्रोग्राम शुरू हुआ। जो देर रात तक चला। शहीद फरीद निजामी टीकमगढ़, सरवर ताज बांदा, अजमेरी बेलाताल, हसीन फहीम ताज बेलाताल, नत्थू मस्ताना नौगांव, खुर्शीद निजामी सहित अनेक कव्वालों ने अपनी एक से बढ़कर एक नज्म बाबा की शान में पेश कीं। कव्वाल हसीन फईम ने नज्म पेश की “मोहब्बत की हो तो जानो’ और “फैलाओ अपना दामन सरकार आ रहे हैं’ , कव्वाल शहीद फरीद ने “मेरे पीर की गुलामी मेरे काम आ गई’’पेश की। नत्थू मस्ताना ने “किस्मत से दर मिला है तुम्हारा गुलाब शाह’’ पेश कीं, इस दौरान पंडाल में मौजूद श्रद्धालु मग्न होकर झूम उठे। देश के कौने-कौने से आ रहे बाबा के भक्त : बाबा के 54 वें उर्स में देश के कौने-कौने से उनके मुरीद व भक्त नौगांव आ रहे हैं। भक्त माथा टेक कर मन्नत मांगते हैं, वहीं मुराद पूरी होने पर चादर चढ़ा रहे हैं। हालांकि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण पिछले वर्ष से कम श्रद्धालु आए।



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