More than 50 pigeon eggs and nestling shikara imprisoned | 50 से ज्यादा कबूतरों के अंडे और घोसले तोड़ने वाला शिकरा कैद

More than 50 pigeon eggs and nestling shikara imprisoned | 50 से ज्यादा कबूतरों के अंडे और घोसले तोड़ने वाला शिकरा कैद


खरगोनएक दिन पहले

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  • बाइक शोरूम के सर्विसिंग सेंटर में 3 दिन से कर रहा था शिकार

सनावद रोड स्थित बाइक शोरूम में तीन दिन से कबूतरों के घोसले, अंडे व चूजों को नुकसान पहुंचा रहा बाज प्रजाति का शिकारी पक्षी शिकरा जाल में कैद हो गया। 3 दिन में 50 से ज्यादा शिकार किए। जानकारी के मुताबिक शोरूम के सर्विसिंग सेंटर में कबूतरों के पीछे घुस गया था। वह घोसलों व अंडों में तोड़फोड़ मचाने लगा। जगह-जगह फूटे अंडे गिर रहे थे। 50 से ज्यादा अंडों व कबूतरों के चूजों का शिकार करने लगा। 2-3 दिन तक शटर खुले रखने पर भी वह बाहर नहीं निकल रहा था। शनिवार सुबह 11.30 बजे शोरूम कर्मचारियों ने थैंक्यू नेचर वेलफेयर सोसायटी मंडलेश्वर के टीम ने पहले शिकरा को खूब उड़ाया। जब वह थकका ऊंचाई पर जाकर बैठ गया। तब उसपर जाल डालकर पकड़ लिया। बाद में उसे मेनगांव के पास उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया।

बाज प्रजाति का शिकारी पक्षी है शिकरा, घट रही आबादी
शिकरा एक छोटा शिकारी पक्षी है, जो बाज की एक प्रजाति है। यह एशिया व अफ्रीका में पाया जाता है। यह 25-30 सेमी लंबा होता है। इसके नाखून पैने होते हैं। चोंच से काट लेता है। मादा नर से थोड़ी बड़ी होती है। नर की आंख की पुतली लाल होती है जबकि मादा की पुतली पीली-नारंगी होती है। टीम के मुताबिक परिस्थिति तंत्र बिगड़ने से निमाड़ में शिकरा पक्षी लगातार कम होते जा रहे हैं।

ऊंचाई पसंद है इसलिए बाहर नहीं निकला
टीम सदस्यों ने बताया शिकरा ऊंचाई पर उड़ता है जबकि सर्विसिंग सेंटर के 6-7 फीट के दरवाजे थे। इसे ऊंचाई पर उड़ना पसंद है। रेस्क्यू में जब वह थककर 25 फीट ऊंचाई पर बैठ गया तब जाल की सहायता से पकड़ में आया। 25 मिनट रेस्क्यू चला।



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