In 3 years only two pillars of the bridge were able to stand; Two years after it was built, the Kanwar bridge was broken in 2014. | 3 साल में पुल के सिर्फ दो पिलर खड़े हो पाए; बनने के दो साल बाद 2014 में टूट गया था कनावर का पुल

In 3 years only two pillars of the bridge were able to stand; Two years after it was built, the Kanwar bridge was broken in 2014. | 3 साल में पुल के सिर्फ दो पिलर खड़े हो पाए; बनने के दो साल बाद 2014 में टूट गया था कनावर का पुल


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फूप16 घंटे पहले

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ऊमरी-कनावर-फूप की ओर जाने वाले रास्ते को जोड़ने वाले कनावर पुल का निर्माण तीन साल गुजर जाने के बाद भी पूरा नहीं हो सका है। पुल का निर्माण समय पर पूरा न होने से आसपास के वाहन चालकों को रोजाना आवागमन में परेशानी हो रही है। स्थिति यह है कि पिछले 3 साल में नदी में सिर्फ दो पिलर खड़े हो सके हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2012 में 3.75 करोड़ की लागत से क्वारी नदी पर बना कनावर पुल ओवरलोडिंग वाहनों के निकलने से दो साल बाद साल 2014 में टूट गया था। इसके बाद फरवरी 2018 में शासन ने1.80 करोड़ की लागत से रिकंस्ट्रक्शन के लिए टेंडर कर वर्कऑर्डर जारी किया था।

कंपनी ने समय मांगा फिर भी काम अधूराःइंदौर की सीयट कंपनी समय पर काम नहीं कर पाई तो उसने एक्सटेंशन मांग लिया। इस दौरान कंपनी ने पुल के लिए नदी में दो पिलर खड़े हुए एक पिलर ऊमरी तरफ और दूसरा पिलर फूप तरफ,जबकि पुल के लिए कंपनी को छह पिलर खड़े करना है। वहीं इस रास्ते से लहार, औरैया, कानपुर,फूप तक के राहगीरों का गुजरना होता है। इसके बाद भी पुल निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है। नदी पार करने के लिए लोग परेशान होते हैं।

नदी पार करने के लिए रपटा बनाया, वह भी बह गया
स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि पुल टूट जाने के बाद हम लोगों ने आवागमन के लिए नदी पार करने के लिए रपटा बताया था। लेकिन इस वर्ष बारिश में वह बह गया। वहीं बारिश का सीजन खत्म होने के बाद रपटे के स्थान पर मिट्टी और पत्थर डालकर आवागमन के लिए रास्ता फिर से बनाना शुरू कर दिया है।



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