भिंड15 घंटे पहले
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वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों में ड्रेगन बोट का विशेष महत्व है। गौरी सरोवर बोट क्लब पर बालिका खिलाड़ियों की 14 सदस्यीय टीम बनाई गई है। इसके द्वारा राज्य और राष्ट्रीय स्तर की 2021 में आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। इन खिलाड़ियों को कोच हितेंद्र शर्मा और सहयोगी जावेद खान द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
हॉकी के जादूगर के जन्मदिन पर मिली सौगात
बोट क्लब को तीन ड्रेगन बोट की साैगात हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद्र के जन्म दिवस पर इसी साल मिली है। ड्रेगन बोट में कुल 12 खिलाड़ी सवार होते हैं इनमें दोनों 5-5 खिलाड़ियों के हाथों में पैडल होते हैं, एक खिलाड़ी ड्रम पर दूसरा रेडार पर रहता है। जबकि दो खिलाड़ी एक्स्ट्रा में रहते हैं।
खिलाड़ियों के लिए रोजगार के अवसर ज्यादा
वॉटर स्पोर्टस के खिलाड़ियों को आईटीबीपी, सीआईएसफ, बीएसएफ, आर्मी, नेवी के अलावा राज्य के इनकम टेक्स, सेल टेक्स आदि विभागों में रोजगार के अवसर मिलते हैं। इसलिए खेल के साथ ही रोजगार की संभावनाएं बढ़ जाती है। इसलिए भी खिलाड़ियों का रुझान वाटर स्पोर्ट्स में बढ़ने लगा है।
ड्रेगन बोट रेस हो या अभ्यास, नजारा बेहतरीन
ड्रेगन बोट का अभ्यास हो या प्रतियोगिता, इसका नजारा रोमांचित कर देने वाला होता है। क्योंकि बोट पर एक खिलाड़ी ड्रम बजाता है और अन्य खिलाड़ी लयबद्ध पैडल चलाते हैं। ऐसा नजारा वर्ष 2017 में गौरी सरोवर पर हुई छठवीं राष्ट्रीय ड्रेगन बोट एवं केनो स्प्रिंट चैंपियन शिप में लोगों ने देखा है।