- Hindi News
- Local
- Mp
- Bhopal
- After Three Months Old Audio Surfaced, Now Shamim Kabadi Said I Have A Video Related To The Transaction Of ADG, If The Police Bothers Then I Will Also Make It Viral.
भोपाल/ शहडोलएक दिन पहले
- कॉपी लिंक
प्रतीकात्मक फोटो
- एडीजी की सफाई… मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है, जिससे पुलिस की छवि खराब हो
वायरल ऑडियों में शहडोल रेंज के एडीजी जी. जनार्दन को धमकाने वाले शमीम कबाड़ी उर्फ मोहम्मद शमीम का कहना है कि ऑडियो तीन महीने पुराना है, उसमें जिस वीडियो की बात हो रही है, वह 4 महीने पुराना है। शमीम का कहना है कि उसे पुलिस से कोई शिकायत नहीं हैं, लेकिन यदि उसे तंग किया गया तो वह वीडियो वायरल कर देगा। वीडियो में पूर्व ट्रांसपोर्ट कमिश्नर बी. मधुकुमार की तरह ही नाजायज काम करने वाले लोगों से रिश्वत का धन लेन-देन होते हुए दर्ज है। दैनिक भास्कर से बातचीत में शमीम ने बताया कि तीन महीने पहले एडीजी से फोन पर बात होने के बाद उसकी गाड़ी को छोड़ दिया गया था।
सुनवाई नहीं हुई तो जाऊंगा हाईकोर्ट : खान
आॉडियो वायरल करने वाले पत्रकार महफूज खान का कहना है कि वह रेलवे और एसईसीएल से लोहा, मशीनें और कोयला चोरी में पुलिस की मिलीभगत का खुलासा करना चाहता है, इसलिए उसने ऑडियो वायरल किया है। शहडोल में बड़े पैमाने पर लोहे और कोयला की चोरी होती है। पुलिस इन चोरों से 12 लाख महीना लेती है, और इन पर कार्रवाई करने के बजाए इनकी मदद करती है। मैं चाहता हूं कि यह सब सामने आए। महफूज के मुताबिक यदि पुलिस ठीक से जांच नहीं करती तो वह हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर सारे सबूत, कोर्ट के हवाले कर देगा। महफूज ने पुलिस पर किसी झूठे केस में फंसाने का षड्यंत्र रचने का भी आरोप लगाया है।
गृहमंत्री ने बुलवाई जानकारी
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शहडोल एडीजी को लेकर जो भी चीजें मीडिया के जरिए सामने आई हैं, उसकी पूरी जानकारी बुलवा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि पुलिस व्यवस्था में कोई खामी है। शहडोल के मामले में भी सही स्थिति जल्द सामने आ जाएगी।
सीधी बात- विवेक जौहरी, डीजीपी
सभी की व्यक्तिगत शिकायतें
- एडीजी मधु कुमार, डीजी पुरुषोत्तम शर्मा के बाद अब एडीजी जनार्दन। आखिर आला अधिकारियों के ऑडियो-वीडियो लगातार सामने आ रहे हैं। क्या कहेंगे?
- सभी की व्यक्तिगत शिकायतें हैं। हर मामले की जांच की जाएगी।
- ये अफसरों की खींचतान का नतीजा तो नहीं?
- अधिकारियों में किसी भी प्रकार की आपसी खींचतान नहीं है। सभी के व्यक्तिगत मामले हैं।

जी. जनार्दन, एडीजी
कबाड़ी के फोन के बाद भी ट्रक नहीं छोड़ा था। उसके खिलाफ 10 हजार का चालान काटा गया था। पत्रकार का पुलिस प्रताड़ना का आरोप निराधार है।