शिवपुरी2 घंटे पहले
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- शहर में राजमाता विजयराजे सिंधिया के 100वीं जयंती वर्ष पर कार्यक्रमों का हुआ आयोजन
शिवपुरी से 4 बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने वाली राजमाता विजया राजे सिंधिया इतने अटल इरादों की थीं कि उन्होंने इमरजेंसी में तिहाड़ जेल में जाना तो स्वीकार किया, लेकिन तात्कालीन सरकार के सामने झुकी नहीं। हमें उनकी निडरता, स्नेह और साहस पर गर्व है। यह बात राजमाता विजया राजे सिंधिया को याद करते हुए भाजपा नेता हेमंत ओझा ने कही। मौका था दरअसल राजमाता की जन्म जयंती के अवसर पर भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम का।
इस अवसर पर भाजपा के महामंत्री शरदेन्दु तिवारी ने कहा कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया भले ही राज परिवार में जन्मी, सामाजिक धार्मिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रियता के कारण वे राजमाता से लोकमाता बन गई। उनके द्वारा किए गए सेवा कार्यों को आज भी याद किया जाता है। राजनीति को उन्होंने कभी भोगा नहीं। आजीवन सेवा और पुण्य कार्य में वह लगी रही। यही कारण है कि उनके ऊपर दलगत राजनीति करने का ठप्पा नहीं लगा। यह बात राजमाता विजयराजे सिंधिया के 100 वी जयंती वर्ष पर भारत सरकार द्वारा 100 रुपए के सिक्के विमोचन अवसर पर
कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश महामंत्री और विधानसभा प्रभारी शरदेन्दु तिवारी, पैनलिस्ट धैर्यवर्धन शर्मा, पूर्व विधायक प्रहलाद भारती, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अशोक खंडेलवाल, हेमंत ओझा, तेजमल सांखला, विमलेश गोयल, अनुराग अष्ठाना, सोनू विरथरे आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इसी तरह शहर में अन्य कार्यक्रम भी हुए।
राजमाता सरलता, सहजता संवेदनशीलता की त्रिवेणी थीं
राजमाता विजयाराजे सिंधिया के जीवन पर प्रकाश डालते हुए पैनलिस्ट धैर्यवर्धन शर्मा ने कहा कि राजमाता सरलता, सहजता और संवेदनशीलता की त्रिवेणी थी बे वात्सल्य की धनी थी।