Now the public will decide whether the city is free from dust and waste | अब जनता तय करेगी शहर धूल-कचरे से मुक्त है या नहीं

Now the public will decide whether the city is free from dust and waste | अब जनता तय करेगी शहर धूल-कचरे से मुक्त है या नहीं


झाबुआएक घंटा पहले

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  • नई गाइडलाइन में सर्वे के लिए अाने वाली टीम लाेगाें से चर्चा कर उनसे फीडबैक लेगी

अब स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग दिलाने का दाराेमदार जनता पर रहेगा। स्वच्छ भारत मिशन 2021 की नई गाइडलाइन में सर्वे से जनता काे और अधिक जाेड़ने के लिए डायरेक्ट आसॅब्जर्वेशन काे पूरी तरह पब्लिक फीडबैक से जाेड़ दिया है। अब सर्वे के लिए आने वाली टीम लाेगाें से उनका फीडबैक लेगी। इसके आधार पर रैंक तय हाेगी। टीम लाेगाें से यह जानेगी कि शहर धूल मुक्त, कचरा मुक्त और डस्टबिन मुक्त है या नहीं। शहर में 100% डाेर टू डाेर कचरा कलेक्शन हाेता है या नहीं।

स्वच्छता सर्वेक्षण में अब 1800 अंक का सिटीजन फीडबैक
पिछले साल स्वच्छता सर्वेक्षण में 1278 अंक डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के थे। जिसमें से सिटीजन फीडबैक के 1157.41 अंक शहर काे मिले थे। 6000 अंकाें के सर्वे में 20 फीसदी अंक इन दाेनाें कैटेगरी के थे। इनमें एक दूसरे की कैटेगरी में नंबर रिवाइज हाे रहे थे, लेकिन अब सिटीजन फीडबैक के 1800 अंक हैं।

लक्ष्य : वेस्ट जोन में अब झाबुआ की रैंकिंग बढ़ाना
स्वच्छता सर्वेक्षण में 2020 में 25 से 50 हजार की आबादी वाली नगर पालिकाओं में झाबुआ काे प्रदेश के 66 शहराें में दूसरा नंबर मिला था। 2019 में ये 15वां और 2018 में 24वां नंबर था। पांच राज्यों के वेस्ट जोन में शामिल 299 शहरों में 29वां स्थान 2020 के सर्वेक्षण में था। जिले की अन्य परिषदों में थांदला नगर पंचायत प्रदेश में 45वें, राणापुर 71ें, पेटलावद 126वें और मेघनगर 210वें नंबर पर रही थी।

इस बार जनता का फीडबैक खास
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 काे लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। पहला चरण ओडीएफ प्लस व प्लस-प्लस हाेगा। इसमें पिछले बार भी हमें प्लस-प्लास मिला था। सर्वेक्षण जनता के फीडबैक पर ही निर्भर हाेगा।’
कमलेश जायसवाल, स्वच्छता प्रभारी, नगर पालिका, झाबुआ



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