Dirty water coming out of the drains, supply line has been in the drains for 30 years, when will the question be provided clean drinking water | नलों से निकल रहा गंदा पानी, 30 साल से नालियों में है सप्लाई लाइन, सवाल नपा कब उपलब्ध कराएगी स्वच्छ पेयजल

Dirty water coming out of the drains, supply line has been in the drains for 30 years, when will the question be provided clean drinking water | नलों से निकल रहा गंदा पानी, 30 साल से नालियों में है सप्लाई लाइन, सवाल नपा कब उपलब्ध कराएगी स्वच्छ पेयजल


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Hoshangabad
  • Dirty Water Coming Out Of The Drains, Supply Line Has Been In The Drains For 30 Years, When Will The Question Be Provided Clean Drinking Water

हरदा19 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
  • पानी सप्लाई पाइप लाइन नालियों से निकालने का प्रस्ताव लिए नपा को 3 साल बीते, अमल आज तक नहीं हो पाया

जिस नगरपालिका के पास शहर की स्वच्छता का जिम्मा है वही लापरवाही कर लाेगाें की सेहत से खिलवाड़ कर रही है। लाेगाें के घराें तक पानी पहुंचाने के लिए बिछी गई पेयजल सप्लाई पाइप लाइन शहर की निकासी नाली में बहने वाली गंदे पानी में 30 साल से पड़ी है। इसकी नपा काे जानकारी भी है। इन पाइप लाइनाें काे नालियों से बाहर निकालकर व्यवस्थित करने के लिए नवंबर 2017 में नगरपालिका परिषद में प्रस्ताव भी पास हाे चुका है। लेकिन लाेगाें की सेहत का मामला नपा की प्राथमिकता में नहीं है, शायद इसलिए 30 साल पुरानी लाइन बाहर निकालने का प्रस्ताव 3 साल पहले लेने के बावजूद बाहर निकालना का काम आज तक शुरू नहीं हो सका है। इस कारण पाइप लाइन फूटने और लीकेज होने पर शहरवासियों के घराें तक गंदा पानी पहुंचने की आए दिन शिकायतें नपा में आती हैं। लेकिन उनका समाधान नहीं हो पा रहा है। वहीं जोशी कॉलोनी और संजय गांधी वार्ड में विगत 15 दिनों से मटमैला पानी आ रहा है।

नगरपालिका की मनमानी : सुनें शहरवािसयों की जुबानी

जाेशी काॅलाेनी के याेगेश कहार ने बताया कि सप्लाई लाइन कहीं से डैमेज है। कभी-कभी बदबूदार व मटमैला पानी आता है। कुछ देर बर्तन में भरकर रखने पर नीचे मिट्टी व अन्य पदार्थ वाली पीली परत जम जाती है। अक्टूबर के पहले सप्ताह में पीने का पानी हैंडपंप से लाना पड़ा था। संजय गांधी वार्ड 21 में भी कुछ घराें में यही समस्या है। वार्ड निवासी श्वेता अग्रवाल ने बताया कि सप्ताह में 2-3 कभी भी मटमैला पानी आने लगता है। ऐसे में पीने के पानी के लिए परेशान हाेना पड़ता है। अभी पीने के पानी की कैन लेना शुरू किया है, जिससे परिवार में किसी काे पेट संबंधी काेई तकलीफ न हाे। नेहरू काॅलोनी निवासी रूपेश अग्रवाल ने बताया नाली में पड़े पाइप बाहर निकालने कई बार कहा लेकिन नपा ने ध्यान नहीं दिया।

कहां क्या हालात
केस-1 नेहरू पार्क से सिंधी काॅलोनी की ओर जाने वाली सड़क के बाजू में बनी निकासी नाली में करीब 10 साल से सप्लाई लाइन के पाइप पड़े हैं। नालियों में बहने वाले पानी का स्तर कम ज्यादा होता रहता है। अधिकांश समय पाइप गंदे पानी में डूबे रहते हैं। धीरे-धीरे ये जर्जर होकर गलने लगे हैं। कहीं-कहीं इनमें छेद हो गए हैं। नाली का दूषित पानी इसके जरिए लोगों के घरों तक पहुंच रहा है।

केस-2 नई सब्जी मंडी के पास स्थित दुकानों के सामने से गुजरने वाली नाली में भी जलापूर्ति की पाइप लाइन पड़ी है। जंग लगी पाइप लाइन में छेद होने से अब सुबह-शाम सप्लाई के समय इनमें से फव्वारे चलते हैं। इससे काफी मात्रा में पानी बेकार बह जाता है। ऐसे में लोगों के घरों तक पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पहुंच पाता। कई बाद प्रदूषित व दुर्गंध वाला मटमैला पानी लाेगाें के घराें तक पहुंचता है।

केस-3 कुछ साल पहले तक नल कनेक्शन में लाेहे के पाइप उपयाेग हाेते थे। अब उनकी जगह प्लास्टिक के पाइप उपयाेग किए जा रहे हैं। नपा का तर्क है कि इनमें जंग नहीं लगती। ये ज्यादा लंबी सर्विस देते हैं। लेकिन हकीकत में गंदे पानी के साथ बहकर आने वाले नुकीले कांच, कील, पत्थर की रगड़ से इनमें छेद हाे जाते हैं। जिससे गंदा पानी भी मिक्स हाे जाता है।

चार्ज लेने के बाद भी सड़क खुदी छोड़ देती है नपा
शहर में कहीं भी पाइप लाइन खराब हाेने या राेड के एक से दूसरी ओर पाइप ले जाकर नया कनेक्शन देने के मामलाें में नपा संबंधित से राेड कटिंग चार्ज अग्रिम जमा करा लेती है। इस राशि का उपयाेग राेड की मरम्मत में हाेना चाहिए, लेकिन नपा ऐसी जगहाें में पाइप ले जाने के लिए खाेदी गई नालियां खुली छाेड़ देती है।

सेहत खासताैर से पेट के लिए साफ पानी का सेवन बेहद जरूरी है। दूषित पानी पीने या भाेजन में पकाने में उपयाेग करने से पेट संबंधी कई राेग हाे सकते हैं। दूषित पानी से उल्टी, दस्त, पेट दर्द, अंत्रशाेध जैसी घातक बीमारियाें हाेने की संभावना बढ़ जाती है। इससे पाचन तंत्र पर भी विपरीत असर हाेता है। भोजन पकाने व पीने का पानी साफ होना चाहिए। पानी का स्वाद कसैला हो तो उसकी पीएचई या अन्य किसी लैब में जांच कराना चाहिए। पानी हमेशा ढंक कर रखना चाहिए। हैंडल लगे किसी बर्तन से पानी निकालना चाहिए।
-डाॅ. अर्जुन सिंह माेहे, पेट व कैंसर राेग विशेषज्ञ

जल्द ही नालियों से पाइप बाहर निकालेंगे
खेड़ीपुरा, गाेलापुरा में महाराणा प्रताप काॅलाेनी में दाे साल पहले बिछाई नई पाइप लाइन नाली किनारे ऊपर रखी है, जिससे पाइप में लीकेज आदि हाेने पर दूषित पानी मिक्स न हाे। दाे साल से राशि की समस्या है। जल्द ही नालियों के पाइप बाहर निकालेंगे।
-सुरेंद्र जैन, नपाध्यक्ष, हरदा



Source link