भोपाल11 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
भोपाल में मैदा मिल के पीछे रेलवे ट्रैक पर एक 52 वर्षीय व्यक्ति ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम।
- गुरुवार को सुबह 8 से 9.30 बजे के बीच की घटना, खुदकुशी से पहले एक पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ा
- सुसाइड नोट में 52 वर्षीय गया प्रसाद ने लिखा है कि मेरे बाद परिवार को परेशान न किया जाए
राजधानी में पांच बेटियों के पिता ने गुरुवार को सुबह 8.30 बजे मैदा मिल के पीछे ट्रेन से कटकर जान दे दी। खुदकुशी करने से पहले आचार्य नरेंद्र देव नगर निवासी 52 वर्षीय गया प्रसाद ने एक पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि मेरे पांच बेटियां हैं और मैं अब बहुत थक चुका हूं, आराम करना चाहता हूं। इसलिए जा रहा हूं। मेरे बाद परिवार को परेशान न किया जाए।

गौतम नगर के सामने घटना के बाद राहगीरों की भीड़ जमा हो गई।
गोविंदपुर थाना पुलिस के मुताबिक, राजधानी में सुबह 8:00 से 9:30 बजे के बीच एक 52 वर्षीय गया प्रसाद ने ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी। उन्होंने एक पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें लिखा है कि मेरे पांच बेटियां हैं और मैं बहुत थक चुका हूं, अब आराम करना चाहता हूं, इसलिए आत्महत्या करने जा रहा हूं। मेरे बाद किसी को भी परेशान ना किया जाए। घटना की जानकारी पुलिस को लगी तो दो घंटे पुलिस पहुंची और शव को एंबुलेंस में ले गई। इस दौरान मौके पर उनकी बेटी शालू पहुंची, उसका रो-रोकर बुरा हाल था। हमने शालू से कुछ पूछना चाहा, लेकिन वह कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं थीं।

पिता के खुदकुशी करने के बाद बड़ी बेटी शालू घटना स्थल पर पहुंचीं।
घटना गौतम नगर के सामने रेलवे ट्रैक की है, जहां पर सुबह 8 :00 बजे जब पूरी तरह से चहल पहल हो जाती है, तब 52 साल के गया प्रसाद ने खुदकुशी करने की ठानी और मैदा मिल के सामने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। आचार्य नरेंद्रदेव नगर के बिहारी मोहल्ला और गौतम नगर की दूरी करीब 3 किलोमीटर होगी। इस दूरी को गया प्रसाद ने स्कूटी से तय की थी। घटना की जानकारी पुलिस को लगी तो उन्होंने परिजनों को फोन कर उनके पिता के खुदकुशी की सूचना दी।

पुलिस शव को एंबुलेंस से पोस्ट मार्टम कराने के लिए ले गई है।
घटना के दो घंटे बाद सुबह 11:00 बजे पुलिस मौके पर पहुंची और शव को एंबुलेंस से ले जाकर पोस्टमार्टम कराया है। उनकी एक बेटी शालू भी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने कुछ कहने से इनकार कर दिया। एक पारिवारिक मित्र ने बताया की गया प्रसाद पर कर्ज था और इस वजह से वह बहुत परेशान थे। कर्ज चुकाने का लगातार दबाव भी बनाया ज रहा था।