- Hindi News
- Local
- Mp
- Bhopal
- Cinema Halls, Multiplexes, Theatres Open In Madhya Pradesh Bhopal; Here’s Latest News Updates
भोपाल13 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
भोपाल में 16 अक्टूबर से मल्टीप्लेक्स खुल गए हैं, पहले दिन पीवीआर ने एक स्क्रीन पर तीन शो रखे। इसमें काफी कम संख्या में दर्शक पहुंचे।
- लॉकडाउन के पहले रिलीज हुईं थप्पड़ और ड्रीमगर्ल के तीन शो होंगे, दोपहर 12 बजे, 3.20 और आखिरी शो 6 बजे से होगा
करीब 7 महीने बाद भोपाल में 16 अक्टूबर (शुक्रवार) से मल्टीप्लेक्स शुरू हुए। फिलहाल शहर की 5 मल्टीप्लेक्स चेन में से केवल एक पीवीआर ही शो शुरू किया है। इसके बाद सिने पोलिस, आइनॉक्स, डीडीएक्स और मुक्ता भी जल्द शो शुरू करेंगे। शुक्रवार को शुरू हुए शो में कोरोना को लेकर सभी जरूरी एहतियात बरती गई। एक सीट आगे और एक सीट पीछे छोड़कर दर्शकों को बिठाया गया। व्यवस्थाएं एंट्री से लेकर एक्जिट तक बदली हुई थीं।
पीवीआर में तीन शो टाइम रखे गए हैं। इसमें लॉकडाउन से पहले रिलीज हुईं थप्पड़ और ड्रीम गर्ल्स फिल्में शामिल हैं। पीवीआर ने दो शो थप्पड़ और एक शो ड्रीम गर्ल्स के लिए रखा है। ऐसा कोविड गाइडलाइन का पालन करने के लिए किया गया है। हालांकि नई फिल्में फिलहाल रिलीज नहीं हो रही हैं।

पहले दिन तापसी पन्नू की फिल्म थप्पड़ रिलीज की गई। साथ ही आयुष्मान खुराना की ड्रीमगर्ल का एक शो रखा गया।
इसके अलावा शहर के सिंगल स्क्रीन सिनेप्लेक्स और टॉकीज भी फिलहाल नहीं खुल रही हैं। जो मल्टीप्लेक्स खुल रहे हैं उनमें कोविड गाइडलाइन का पालन करने के लिए रोजाना तीन शो ही संचालित किए जाएंगे। नई फिल्में रिलीज न होने के कारण फिलहाल थप्पड़ और ड्रीम गर्ल फिल्म का प्रदर्शन होगा।
- 50% क्षमता के साथ खुलेंगे सिनेमाघर, पांच में से फिलहाल एक मल्टीप्लेक्स चेन ने शुरू किए शो।
- पेपरलेस टिकटिंग, एक ही परिवार के लोग साथ आए तो उन्हें भी एक सीट छोड़कर ही बैठना पड़ा।
- हर स्क्रीन पर दिनभर में होने वाले शो की संख्या आधी होगी।
- एंट्री से लेकर एग्जिट तक बदलीं व्यवस्थाएं।

पीवीआर के कर्मचारियों को फेस शील्ड और हैंड ग्लब्स लगाकर ही ड्यूटी कराई गई।
खर्च निकालना सबसे बड़ी चुनौती, इसलिए सिंगल स्क्रीन खुलना मुश्किल
राजधानी में दिवाली तक सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर खुलने के आसार नहीं है। इसकी मुख्य वजह यह है कि सिनेमाघर संचालक आधी क्षमता के साथ इन्हें खोलने के लिए तैयार नहीं है। उनका कहना है कि ऐसी स्थिति में तो उनके खर्चे भी नहीं निकलेंगे। महीने में बिजली का बिल ही 80 हजार से एक लाख रुपए तक आ जाता है। कर्मचारियों का वेतन भी देना पड़ेगा। ऐसे में वे सिनेमाघर खोलने की स्थिति में नहीं हैं।
शहर में 9 सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर हैं। इनके संचालकों का कहना है कि टैक्स में किसी तरह की छूट नहीं दी गई है। चाहे आधी क्षमता से चलाएं या पूरी, ऐसे में कोई भी संचालक बेसिक खर्च ही नहीं निकाल पाएगा।
सैनिटाइजेशन और मेंटेनेंस में ही बहुत खर्चा होगा
भोपाल सिनेमा एसोसिएशन के सचिव अजीजुद्दीन बताते हैं कि 50 प्रतिशत क्षमता में संचालन करना मुश्किल है। हर शो के बाद सैनिटाइजेशन में ही बहुत खर्चा हो जाएगा। इसके अलावा अभी कोई नई फिल्म भी रिलीज नहीं हो रही। ऐसे में पुरानी फिल्में लगाने से भी कोई लाभ नहीं होगा।
सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर: ज्योति, रंगमहल, संगीत, भारत, संगम, रंभा, राज, अल्पना, मुस्कान।
ये फिल्में होना है रिलीज: सूर्यवंशी, लक्ष्मी बम, पृथ्वीराज, 83, ब्रह्मास्त्र, कुली नंबर- 1, राधे, भुज आदि।