रतलाम10 घंटे पहले
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- कर्मकांड और ज्योतिषीय विशेषताओं को याद करते हुए अर्पित की श्रद्धांजलि
शहर की तीन विभूतियां जिन्होंने वैदिक कर्मकांड पूजा और ईश्वर की आराधना में अपना जीवन समर्पित किया। जिन्होंने सदैव परहित सेवा सहित समाज के कल्याण की हृदय में भावना रखी, आज ये हमारे बीच नहीं हैं। इन्हें वैदिक जागृति ज्ञान विज्ञान पीठ द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। पंडित कैलाश त्रिवेदी का नाम वैदिक कर्मकांड के क्षेत्र में प्रदेश ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात था। रतलाम के कई बड़े-बड़े मंदिरों की प्रतिष्ठा इनक़े द्वारा हुई है। पंडित विनोद शिकारी अन्य विद्वानों को प्रोत्साहित करते थे। उनकी विद्वत्ता में साहित्य प्रेम का अलौकिक ज्ञान मिलता था। पंडित गोपालकृष्ण शर्मा (पंचोली) जिन्होंने लंबे समय तक श्री राममंदिर पर नियमित रूप से सेवाएं दी। श्री रामजी के चरणों में इनका पूरा जीवन समर्पित रहा। दूर-दूर के लोग राम मंदिर दर्शन के लिए आते और ज्योतिष व कर्मकांड संबंधी पूछताछ हेतु उनके समक्ष प्रस्तुत होते थे। वैदिक जागृति ज्ञान विज्ञान पीठ के पदाधिकारियों ने कस्तूरबा नगर स्थित शिव हनुमान मंदिर पर तीनों पंडितों का स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि देते हुए शांति पाठ का वाचन किया। इनके अतीत के यादों को स्मरण करते हुए अपने आप में इनके ज्ञान को प्रफुल्लित करने का संकल्प लिया। पंडित नरेंद्र शर्मा, पं. डॉ. महेशानंद शास्त्री, आयुष व्यास, पं. विकास शर्मा, पं. नंद किशोर पंचोली, पं. ज्ञानेंद्र शिकारी, पं. अमरनाथ तिवारी, पं. अभिषेक सहित अखिल भारतीय परशुराम जिलाध्यक्ष पं. दीपक उपाध्याय सहित वैदिक जागृति ज्ञान विज्ञान पीठ के संस्थापक पं. संजय शिवशंकर दवे, जिलाध्यक्ष पं. चेतन शर्मा सहित विद्वजन मौजूद रहे।