Infection returned to KRH after 22 days due to negligence, neither thermal screening nor gate pass | लापरवाही के कारण केआरएच में 22 दिन बाद लौटा संक्रमण, अस्पताल में भर्ती 32 में से 10 प्रसूताएं पाॅजिटिव

Infection returned to KRH after 22 days due to negligence, neither thermal screening nor gate pass | लापरवाही के कारण केआरएच में 22 दिन बाद लौटा संक्रमण, अस्पताल में भर्ती 32 में से 10 प्रसूताएं पाॅजिटिव


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ग्वालियर3 घंटे पहले

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एक ही पलंग पर प्रसूता व नवजात के साथ दो और महिलाएं।

  • तीसरी बार बड़ी संख्या में प्रसूताएं संक्रमित, फिर भी सबक नहीं ले रहा जेएएच प्रबंधन
  • अभी भी अस्पताल में प्रसूताओं के साथ उनके परिजन वार्ड में बेधड़क आते-जाते रहते हैं

जेएएच प्रबंधन की लापरवाही के कारण कमलाराजा चिकित्सालय में कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से प्रसूताओं को गिरफ्त में ले लिया है। शुक्रवार को हुई जांच में यहां भर्ती 10 प्रसूताएं पाॅजिटिव निकलीं हैं। 22 दिन में यह तीसरी बार है जब यहां भर्ती प्रसूताएं इतनी ज्यादा संख्या में पाॅजिटिव आई हैं।

इससे पहले 23 सितंबर को 17 प्रसूताओं की कोविड रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। वहीं 25 सितंबर को भी पांच प्रसूताओं में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। सितंबर में एकाएक संक्रमण के बढ़ते केस के चलते अस्पताल में केवल मरीजों के एक परिजन को ही गेट पास देने के साथ ही थर्मल स्क्रीनिंग एवं मास्क अनिवार्य करने की बात जेएएच अधीक्षक डॉ. आरकेएस धाकड़ ने कही थी, लेकिन यह व्यवस्था लागू नहीं की जा सकी।

अभी भी अस्पताल में प्रसूताओं के साथ उनके परिजन वार्ड में बेधड़क आते-जाते रहते हैं। इसकी निगरानी की कोई ठोस व्यवस्था अभी तक नहीं बनाई गई है। केआरएच में इतनी संख्या में प्रसूताओं के संक्रमित होने का आंकड़ा इसलिए भी चौकाने वाला है क्योंकि शहर में संक्रमितों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। शुक्रवार को कुल 56 लोग पाॅजिटिव पाए गए हैं। इनमें से 10 केस केआरएच के हैं। यानी संक्रमण के 18 फीसदी केस यहीं से हैं।

वार्ड में भर्ती महिलाओं को अन्य वार्ड में कराया गया शिफ्ट
^संक्रमण के केस सामने आने के कारण शनिवार को वार्ड को फ्यूमीगेट कराया जाएगा। सावधानी बतौर वार्ड में सेनिटाईजेशन करा दिया गया है। वार्ड में भर्ती महिलाओं को अन्य वार्डों में शिफ्ट करा दिया गया है।
-डॉ. वृंदा जोशी, विभागाध्यक्ष स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग

सीआरपीएफ में आरक्षक और बावर्ची तो जेल में कैदी संक्रमित
सीआरपीएफ में संक्रमण के दो और मामले सामने आए हैं। वहीं पदस्थ आरक्षक व हास्पिटल में पदस्थ बावर्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बावर्ची को बुखार, खुशबू नहीं आने की समस्या के कारण क्वारेंटाइन कर दिया गया था। इसके अलावा एनसीसी ओटीए में पदस्थ बावर्ची व उसके अन्य परिजनों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।

बुखार आने के कारण उसने बावर्ची ने जांच कराई थी। बावर्ची की दादी और दो वर्षीय बेटा भी संक्रमित निकला है। इसके अलावा पिछोर स्थित नवोदय विद्यालय में व्याख्याता के बाद उनका 8 व 3 साल का बेटा भी संक्रमित निकला है। हालांकि, उनकी पत्नी की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

वहीं, आलू अनुसंधान केंद्र में कार्यरत महिला कर्मचारी (27) की रिपोर्ट लगातार तीसरी बार पॉजिटिव आई है। सबसे पहले 10 सितंबर को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके अलावा शिंदे की छावनी में रहने वाले पिता-पुत्र, खेड़ापति कालोनी निवासी 27 वर्षीय युवती की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।



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