Mother Durga will come on horseback in Sarvartha Siddhi Yoga | सर्वार्थ सिद्धि योग में घोड़े पर सवार होकर आएँगी माँ दुर्गा

Mother Durga will come on horseback in Sarvartha Siddhi Yoga | सर्वार्थ सिद्धि योग में घोड़े पर सवार होकर आएँगी माँ दुर्गा


जबलपुर18 घंटे पहले

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नवदुर्गा की उपासना का पर्व शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ 17 अक्टूबर को सर्वार्थ सिद्धी योग में हो रहा है, जो कि 25 अक्टूबर तक रहेगा। पं. रोहित दुबे ने बताया कि इस बार सिंह वाहिनी माता दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएँगी। साथ ही इस बार ऐसा संयोग बन रहा है, जब शुक्र प्रधान नक्षत्र चित्रा नक्षत्र में पर्व का शुभारंभ होगा यह भक्तों के लिए उत्तम और शुभफलदायी रहेगा।

पं. वासुदेव शास्त्री ने बताया कि 17 अक्टूबर को प्रतिपदा यानी पहली तिथि में घट स्थापना की जाएगी। इसके बाद 18 को नवरात्र का दूसरा दिन, 19 को तीसरा, 20 को चौथा, 21 को पाँचवाँ, 22 छठा, 23 को सातवाँ दिन रहेगा। 24 को अष्टमी और 25 को नौवीं तिथि पर पूजा की जाएगी। इस बार घट स्थापना शुभ मुहूर्त में होगी। शुभ मुहुर्त में घट स्थापना -पं. राजकुमार शास्त्री शर्मा के अनुसार प्रतिपदा तिथि शनिवार चित्रा नक्षत्र तुला राशि युक्त सुबह 6 बजकर 16 मिनट से 8:30 बजे तक तुला लग्न में माता रानी का पूजन प्रारंभ होगा। इसके पश्चात 10:45 बजे से 12:53 बजे तक, दोपहर 2:39 बजे से 4:12 बजे तक तथा शाम 5:43 बजे से 7:24 रात तक शुभ लग्न और चौघड़िया में कलश स्थापना की जा सकती है।

नौ दिनों में नौ ग्रहों का पूजन -इस वर्ष नवरात्र पर्व 9 दिन का रहेगा। नवरात्रि पर नवग्रह शांति का विशेष महत्व है। ग्रंथों में वर्णित है कि ग्रह पूजन कर मनुष्य अशुभ प्रभावों से बच सकता है। जिसमें प्रतिपदा को मंगल ग्रह, द्वितीया को राहु और क्रमश: बृहस्पति, शनि, बुध, केतु, शुक्र, सूर्य और नवमी को चंद्रमा ग्रह की शांति का पूजन किया जाता है।

जगमगाए माँ के द्वार
नवरात्र की पूर्व संध्या से ही माता के मंदिर जगमग रोशनी से सराबोर हो गए। इसके साथ ही माता के प्रमुख मंदिरों में प्रशासन द्वारा ई-दर्शन की खास व्यवस्था की गई है, जिससे मंदिरों में भीड़ न उमड़े और लोग घर बैठे ही दर्शन कर सकें। खास बात यह है कि यदि श्रद्धालु मंदिर पहुँचते भी हैं तो यहाँ उन्हें एक विशेष प्रोटोकॉल का पालन करना होगा, जिसके तहत वे न तो घंटा बजाएँगे और न ही मूर्तियों को स्पर्श करेंगे। भीड़भाड़ भी लगाना प्रतिबंधित होगा।

“सम्पूर्णम’ खारीघाट में नर्मदा पूजन
माँ नर्मदा पथ खारीघाट ग्वारीघाट में सम्पूर्णम में अमावस्या पर नर्मदा पूजन, भजन संध्या आयोजित की गई। साध्वी शिरोमणि, साध्वी सम्पूर्णा के साथ ही लक्ष्मीनंद सरस्वती केवलपुरी ने प्रवचनों में माँ नर्मदा की महिमा बताई। भजनों की प्रस्तुति महेन्द्र शुक्ला ने दी। कार्यक्रम में गीता तिवारी, आराधना चौहान, लता गुप्ता, मीना महाजन, रामजी अग्रवाल, ओंकार दुबे ने स्वागत किया।पी-2

मंदिरों में न बढ़ाएँ भीड़, घर से ही करें देवी दर्शन
जिला प्रशासन ने आग्रह किया है कि लोग ज्यादा से ज्यादा घरों में रहें। देवी दर्शन की ऑनलाइन सुविधा भी शुरू हो गई है। शहर के 5 प्रमुख मंदिर ऑनलाइन दर्शन व्यवस्था से जुड़ गये हैं। श्रद्धालु घर बैठे मातारानी के दर्शन कर सकेंगे और आरती में भी शामिल हो सकेंगे। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि ऑनलाइन दर्शन कराने की प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई लिंक से सिविक सेंटर स्थित माँ बगलामुखी मंदिर भी जुड़ गया है।

श्रद्धालु और भक्तगण अब jabalpur.nic.in पर माँ बगलामुखी के लाइव दर्शन कर सकेंगे। जल्दी ही सदर स्थित काली मंदिर व करमचंद चौक स्थित सिटी बंगाली क्लब में स्थापित की जा रही माँ दुर्गा की प्रतिमा के दर्शन भी संस्कारधानी सहित देश-विदेश में बसे भक्त कर सकेंगे। प्रशासन ने नवरात्र से पहले ही लोगों की सुरक्षा और संक्रमण से बचाने बेहतर व्यवस्थाएँ कर दी हैं।

अच्छी पहल ये मंदिर हुए शामिल
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिये कलेक्टर की पहल पर माँ दुर्गा की आराधना के नौ दिवसीय पर्व पर शुरू की गई ऑनलाइन दर्शन की इस व्यवस्था से तेवर स्थित माँ त्रिपुर सुंदरी का मंदिर, हनुमानताल स्थित बूढ़ी खेरमाई और बड़ी खेरमाई मंदिर, राइट टाउन में मानस भवन के समीप स्थित छोटी खेरमाई मंदिर को पहले ही जोड़ा जा चुका था।

देवी भक्तों को ऑनलाइन दर्शन के विकल्प पर क्लिक करना होगा और मंदिर का चयन करना होगा। ऑनलाइन दर्शन की इस लिंक पर विशेष फीचर भी जोड़ा गया है, इसमें मंदिरों के बैंक खाता नम्बर और बैंक का आईएफएससी कोड नम्बर भी दिया गया है ताकि श्रद्धालु मंदिरों को दान दे सकें।



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