To prevent infection, darshan will be done from outside the sanctum sanctorum in Rajarajeshwar temple | संक्रमण से बचाव के लिए राजराजेश्वर मंदिर में गर्भगृह के बाहर से होंगे दर्शन

To prevent infection, darshan will be done from outside the sanctum sanctorum in Rajarajeshwar temple | संक्रमण से बचाव के लिए राजराजेश्वर मंदिर में गर्भगृह के बाहर से होंगे दर्शन


शाजापुर2 घंटे पहले

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  • आज से आराधना का पर्व शुरू : सुबह 8.30 बजे घट स्थापना, इस नवरात्रि से पहली बार दीपमाला से जगमगाएगा माता का दरबार

आज से नौ दिनों तक माता मंदिरों व चौराहों पर आराधना का सिलसिला चलेगा। सुबह 8.30 मां राजराजेश्वरी मंदिर में चुनिंदा लोगों की मौजूदगी में घट स्थापना के साथ नवरात्रि पर्व शुरू हो जाएगा। संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 के मापदंडों को ध्यान में रखते हुए गर्भगृह में प्रवेश नहीं हो सकेगा। श्रद्धालुओं को सभामंडप से ही माता के दर्शन करने की छूट रहेगी।

मंदिर समिति के आशीष नागर ने बताया कि कोविड-19 के मापदंडों को लेकर गत दिनों हुई बैठक 1में नवरात्रि के दौरान गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन की छूट देने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान अन्य बड़े आयोजन भी इस बार नहीं होंगे। सुबह 5 बजे व रात 9 बजे आरती मंडल के सदस्य जो वाद्ययंत्र बजाते हैं, वे ही सभामंडप तक आ सकेंगे।

बाकी श्रद्धालु बाहर सोशल डिस्टेंस बनाकर खड़े हो सकेंगे। मंदिर में इस बार सबसे खास दीपमाला से जगमगाता माता का दरबार रहेगा। इसके लिए मंदिर समिति सदस्यों ने तैयारी शुरू कर दी है। नौ दिनों तक हर दिन माता की अलग अलग रूपों में आराधना की जाएगी।

शहर के प्रमुख चौराहों पर भी सजे माता के पांडाल
इधर शहर के चौराहों पर भी माता प्रतिमा की स्थापना की तैयारी शुरू हो चुकी है। दो दिन पहले ही आयोजन समिति के सदस्यों ने प्रतिमा विराजित करने के लिए मंच बनाना शुरू कर दिया है। बस स्टैंड के पास टेंशन चौराहे पर विनर ग्रुप के सदस्यों ने पांडाल बनाना शुरू कर दिया है। ग्रुप के सदस्यों ने बताया कि

इस बार अष्टभुजा प्रतिमा
विराजित की जाएगी। साथ में श्री गणेश, भैरव नाथ व रामभक्त हनुमान भी साथ रहेंगे।



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