शाजापुर2 घंटे पहले
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- जांच समिति बनाई, आज शाम तक सौंपेगी रिपोर्ट
गुरुवार को लॉ कालेज में फर्जी एडमिशन मामले को लेकर एनएसयूआई ने शुक्रवार को भी हंगामा किया। एनएसयूआई पदाधिकारियों ने बीकेएसएन कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. वी.के. शर्मा और लॉ कॉलेज प्राचार्य डॉ. मीना वागड़े से लिंक और पासवर्ड चोरी करने वालों पर कार्रवाई की मांग की। इस पर बीकेएसएन कॉलेज के प्राचार्य ने 4 सदस्यीय समिति बनाई।
जो पता करेगी कि फर्जी तरीके से एडमिशन कैसे हुए और उनके पास पासवर्ड कहां से पहुंचे।
इधर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अंकित अंबावतिया और बीकेएसएन कॉलेज के उपाध्यक्ष सुरेंद्र गुर्जर ने लाॅ काॅलेज के स्टाफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी साइट हैक होना मुश्किल है और जो 5 विद्यार्थी हैं वह इतने इंटेलिजेंट नहीं कि लिंक चोरी कर ले। यह स्टाफ द्वारा ही कहानी बनाई गई है यानी काॅलेज से ही रातों-रात एडमिशन हुए हैं और इसमें दोषी प्राचार्य तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर ही है।
इनकी जांच होना चाहिए और उन्हें बर्खास्त करना चाहिए। गौरतलब है कि 7 सितंबर को लाॅ काॅलेज में नवीन विद्यार्थियों की फर्स्ट सेम में 60 सीटों पर फाइनल सूची बनाई थी। इसके बाद 8 अक्टूबर को फाइनल सूची में से फीस नहीं भरने वाले पांच विद्यार्थियों के नाम हट गए और दूसरे पांच नए कम प्रतिशत वाले वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थियों के नाम जुड़ गए थे।
ये रहेंगे समिति में
बीकेएसएन कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. आरकेएस राठौर, डॉ. एस.के. जैन, डॉ. अरुण बाेड़ाने और गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शेरू बेग इस मामले की जांच करेंगे। समिति के सदस्य का कहना है कि जब तक लॉ कॉलेज के प्राचार्य छुट्टी से वापस नहीं आ जाते, तब तक प्रतिवेदन देना मुश्किल है। हालांकि कोशिश रहेगी कि शनिवार 5 बजे तक मामले की तह तक पहुंच जाएं।
लॉ कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मीना वांगड़े ने कहा कि सबसे पहले जांच समिति को हम अपना लिखित बयान दे रहे हैं। फर्जी एडमिशन वाले विद्यार्थियों पर कार्रवाई यूनिवर्सिटी द्वारा होगी। उसके बाद एफआईआर कराने की प्रक्रिया होगी।