Breaking After drinking acid, treatment went on in hospital in Bhopal for 3 and half months, many operations were also done, but 17 year old girl’s life could not be saved. | एसिड पीने के बाद भोपाल के अस्पताल में 3 महीने इलाज चला, कई ऑपरेशन भी हुए, लेकिन 17 साल की लड़की की जान नहीं बच सकी

Breaking After drinking acid, treatment went on in hospital in Bhopal for 3 and half months, many operations were also done, but 17 year old girl’s life could not be saved. | एसिड पीने के बाद भोपाल के अस्पताल में 3 महीने इलाज चला, कई ऑपरेशन भी हुए, लेकिन 17 साल की लड़की की जान नहीं बच सकी


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भोपाल15 मिनट पहले

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कोलार पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिवार की स्थिति को देखते हुए अभी बयान नहीं हो सकें हैं।

  • पिता की 1 साल पहले मौत हुई थी, तब से मां भी शांत ही रहती है
  • पांच भाई-बहनों में तीसरे नंबर की बेटी थी, पढ़ाई भी छूट चुकी थी

भोपाल में 17 साल की एक लड़की ने एसिड पीकर खुदकुशी कर ली। उसका करीब 3 महीने तक अस्पताल में इलाज चला। इस दौरान उसके पेट के कई ऑपरेशन भी हुए, लेकिन डॉक्टर उसकी जान नहीं बचा पाए। बताया जाता है कि उसके पिता की एक साल पहले ही मौत हुई है। इसके कारण वह मानसिक तनाव में थी। प्रारंभिक तौर पर पुलिस इसे ही खुदकुशी की एक वजह मान रही है, हालांकि कोई सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण पुलिस साफ तौर पर खुदकुशी के कारण नहीं बता पा रही है।

मामले की जांच कर रहे कोलार थाने के एसआई रमन शर्मा ने बताया कि ग्राम सुहागपुर कोलार रोड निवासी विधि मीणा पिता ओमप्रकाश मीणा 17 साल की थी। उसने 20 जुलाई 2020 में घर पर एसिड पी लिया था। उसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था। पांच दिन बाद डॉक्टरों ने उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी। परिजन उसे घर ले आए। इसी दौरान उसकी दोबारा से तबीयत खराब हुई।

परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। उसके पेट का ऑपरेशन हुआ। उसके बाद वह अस्पताल में ही रही और करीब 3 बार उसके ऑपरेशन किए गए। शनिवार को उसकी एक बार फिर अचानक तबीयत बिगड़ी और उसने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस को घटना की सूचना अस्पताल से मिली थी।

मां भी मानसिक तनाव में है
परिजनों ने बताया कि घर के मुखिया ओमप्रकाश की मौत के बाद से पूरा घर बिखर गया। उनकी पत्नी भी अब मानसिक तनाव में है और वह किसी से बात नहीं करती हैं। इसी को लेकर विधि भी काफी परेशान रहने लगी थी। उसकी पढ़ाई भी छूट चुकी थी। वह पांच भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थी। दो उससे बड़ी बहने हैं और दो उसके छोटे भाई हैं। अभी सिर्फ सबसे बड़ी बेटी की शादी हुई है। जबकि बाकी की जिम्मेदारी अब उनकी मां पर आ गई है। इसी को लेकर विधि तनाव में चल रही थी, हालांकि पुलिस को किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है।



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