- Hindi News
- Local
- Mp
- Bhopal
- After A Day’s Heat In The Capital, It Rained With Strong Wind At 10 O’clock In The Night, People Got Relief From The Humid
भोपाल8 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
भोपाल में दिन भर उमस और गर्मी से बेहाल लोगों को देर रात बारिश की फुहारों ने ठंडक पहुंचाई। लोकल सिस्टम ने कराई 20 मिनट तक बारिश।
- मानसून की विदाई दशहरा के आसपास संभव, इस बार तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा है
- मिल रहे ट्रेंड के अनुसार मानसून की विदाई अब दशहरे के आसपास ही होना संभव है
सोमवार को शाम अचानक मौसम बदला और तेज हवाओं के साथ बारिश की फुहारें पड़ीं। इससे दिन भर से तपिश और उमस से बेहाल लोगों को थोड़ी राहत मिली। दिन भर की तपिश के बाद बने लोकल सिस्टम ने बारिश कराई। मानसून की विदाई वाली बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई। अक्टूबर का सोमवार को 19वां दिन था, जब दिन का तापमान 34-35 डिग्री के आसपास रहा। ये सामान्य से 4-5 डिग्री ज्यादा रिकॉर्ड किया गया। हालांकि रविवार को भी इसी समय हवा के साथ छींटे पड़ने से रात के तापमान में गिरावट आई थी, लेकिन सोमवार को दिन में फिर से तेज धूप के साथ उमस रही।

राजधानी में दिनभर की तपन के बाद बारिश ने पहुंचाई राहत।
पिछले साल की तुलना में इस बार अक्टूबर ज्यादा तप रहा है। दिन का तापमान 2-3 डिग्री ज्यादा है। पिछले साल इन 19 दिनों में से एक भी दिन पारा 33 डिग्री तक नहीं पहुंचा था, जबकि इस बार यह 34-35 डिग्री के आसपास ही बना हुआ है। मौसम विभाग ने रविवार को बारिश होने का अनुमान जताया था और देर रात तक बारिश हुई। हालांकि ये बारिश उमस के कारण बने लोकल सिस्टम की वजह से हुई।
हालांकि सोमवार को दिन का तापमान 34.3 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा रहा। दिन में बादल छाने के कारण रविवार के मुकाबले दिन के तापमान में 0.8 डिग्री की गिरावट हुई। रात का तापमान 23.0 डिग्री दर्ज किया गया। यह भी सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा रहा। 24 घंटे में इसमें भी 0.8 डिग्री की कमी आई।
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि पिछले साल 19 दिनों में से सिर्फ 14 अक्टूबर को ही दिन का सबसे ज्यादा तापमान 32.8 डिग्री रहा था। इस बार 19 में से सिर्फ 1 दिन 16 अक्टूबर को ही तापमान 33 डिग्री से कम रहा।
मानसून की विदाई अब दशहरे के आसपास ही संभव
साहा ने बताया कि मिल रहे ट्रेंड के अनुसार मानसून की विदाई अब दशहरे के आसपास ही होना संभव है। दशहरा 26 अक्टूबर को है। जब तक सिस्टम का प्रदेश में असर दिखेगा तब तक मानसून की विदाई संभव नहीं है।