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- Subcontractor Jain, Absconding In The Suicide Of Contractor Khandelwal, Surrendered In Court After 40 Days, The Family Of The Contractor Also Reached The Court For Objections For Not Getting Bail.
उज्जैन19 घंटे पहले
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मास्क में नरेश जैन
भुगतान के बदले निगम ठेकेदार को कमीशन के लिए प्रताड़ित कर आत्महत्या पर विवश करने वाले नगर निगम के उपयंत्री नरेश जैन ने सोमवार दोपहर को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। उसे जमानत न मिल सके इसके लिए ठेकेदार के परिजन भी आपत्ति के लिए कोर्ट पहुंच गए थे।
उपयंत्री जैन पर पांच हजार का इनाम घोषित था और पुलिस 40 दिन से उसकी तलाश कर रही थी। गीता कॉलोनी निवासी शुभम ने उपयंत्री नरेश जैन, संजय खुजनेरी व ठेकेदार तनमय की प्रताड़ना के चलते ही आत्महत्या की थी।
9 सितंबर को खंडेलवाल की कार से चिंतामन पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त करने के बाद दोनों उपयंत्री समेत सहयोगी के खिलाफ केस दर्ज किया था। उपयंत्रियों ने दो बार कोर्ट से अग्रिम जमानत का प्रयास भी किया लेकिन जमानत खारिज हो गई। कोर्ट ने भी फरार उपयंत्रियों को 15 दिन में सरेंडर करने का अल्टीमेटम दिया था, जिसमें 12 दिन बीत चुके थे।
इसीलिए नरेश ने सोमवार को खुद को सरेंडर कर दिया। सूचना पर चिंतामन थाना प्रभारी महेंद्र मकाश्रे भी कोर्ट पहुंच गए व आरोपी का रिमांड मांगा। एडिशनल एसपी अमरेंद्रसिंह चौहान ने बताया अब उपयंत्री खुजनेरी की तलाश है। इधर शुभम की बहन टीना समेत माता-पिता ने कहा कि दोनों उपयंत्री बर्खास्त होंगे व उन्हें सजा मिलेगी तभी हमे न्याय मिलेगा।
पूछताछ के लिए टार्चर मत करना
उपयंत्री नरेश जैन की जमानत के लिए उसके वकील ने प्रयास किए। उसकी बीमारी का हवाला देकर मेडिकल संबंधी दस्तावेज भी प्रस्तुत किए लेकिन पुलिस व मृतक के परिजनों की आपत्ति के चलते जमानत नहीं मिली। नरेश को कोर्ट ने 23 अक्टूबर तक के लिए चिंतामन थाना पुलिस को रिमांड पर सौंप दिया है।
जब कोर्ट से रिमांड मिल गया तो परिजनों ने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए फोन लगवाए कि जैन काे पूछताछ के नाम पर टार्चर न करें। चिंतामन थाना प्रभारी महेंद्र मकाश्रे ने बताया कि पूछताछ कर पता किया जाएगा कि शुभम का कितना लेनदेन बकाया था। क्यों उसे प्रताड़ित किया। जैन ने केस दर्ज होने के बाद कहा- कहां फरारी काटी, यह भी जानकारी एकत्र कर उसकी मदद करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।