मध्य प्रदेश में उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) जिले का सांवेर विधानसभा चुनाव (Assembly Election) कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके तुलसी सिलावट के भविष्य का भी पैमाना बनेगा.
इंदौर जिले की सांवेर सीट पर हमेशा कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी लड़ाई रहती है. इस बार भी कमोबेश यही स्थिति है. चार बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक रह चुके तुलसीराम सिलावट को पिछली बार भाजपा के डॉ. राजेश सोनकर ने कड़ी टक्कर दी थी. तुलसी सिलावट को 96,535 और डॉ. राजेश सोनकर को 93,590 मत मिले थे. मतों के ध्रुवीकरण का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर बसपा के कमल चौहान मात्र 2,844 वोट पाकर रह गए थे, लेकिन इस बार प्रेमचंद गुड्डू के मैदान में आने से मुकाबला रोमांचक हो गया है.
मुकाबले को त्रिकोणीय करने की कोशिश
वहीं बसपा ने भी अपना उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है, लेकिन जिस तरह 1998 में कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डू भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री प्रकाश सोनकर को चुनाव हराकर प्रदेश स्तर पर सुर्खियों में आए थे. वे वही इतिहास को दोहराना की कोशिश में लगे हुए हैं. क्योंकि इस बार उनके सामने फिर मंत्री तुलसी सिलावट हैं. यही वजह है कि वोटरों को हर तरीके से अपनी ओर खींचने की कोशिश की जा रही है.बीजेपी के आरोप
सांवेर से बीजेपी प्रत्याशी तुलसी सिलावट तो सीधे आरोप लगा रहे हैं कि प्रेमचंद गुड़्डू धनबल और बाहुबल से मतदाताओं को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं. वो कभी मोटर साइकिल बांटने की बात कर रहे हैं तो सरपंचों को फोर व्हीलर बांटने का प्रलोभन दे रहे हैं. इस तरह हमारे दलित समाज को खरीदने की बातें कांग्रेस कर रही है, लेकिन हमारा समाज बिकाऊ नहीं है. हमारे समाज को डराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हमारा कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है. पूरी भाजपा हमारे कार्यकर्ताओं के पीछे खड़ी है.
कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
उधर पूर्व सांसद और कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड़डू भी बीजेपी पर सांवेर में पैसे और प्रभाव के इस्तेमाल के आरोप लगा रहे हैं. वे कहते हैं कि बीजेपी प्रत्याशी तुलसी सिलावट मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए खाने के साथ साड़ियां और पैसे बांट रहे हैं. कलश यात्रा के दौरान भी साड़ी और कलश बांटे गए, जिसकी शिकायतें उन्होंने चुनाव आयोग से की हैं. प्रेमचंद गुड़्ड़ू का कहना है कि बीजेपी धनबल और बाहुबल के जरिए चुनाव जीतना चाहती है, लेकिन लेकिन हमारे कार्यकर्ता को पैसे की जरूरत नहीं है वो पूरे समर्पण से काम कर रहा है.