शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ. (फाइल फोटो)
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 28 विधानसभा (Assembly) सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) की रिसर्च टीम सक्रिय हो गई है.
हितेश वाजपेयी ने कहा कि प्रदेश में चावल घोटाला, व्यास नदी को मोड़ने का मामला, कमलनाथ के सहायक के यहां पैसे मिलने का मामला, मोजर बेयर कंपनी का ढाई हजार करोड़ का घोटाले के साथ दंगों के छींटे उन पर है. इन सवालों का सामना उन्हें करना पड़ेगा. बीजेपी ने इसको लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है.
कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
बीजेपी ने कमलनाथ पर हमला तेज कर दिया है. इमरती देवी पर आए बयान के बाद बीजेपी अब कोई भी मुद्दा नहीं छोड़ना चाहती है. वहीं कांग्रेस के रिसर्च सेल भी लगातार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सिंधिया समेत बड़े नेताओं को टारगेट कर रही है. प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने बताया कि हमारी रिसर्च सेल भी काम कर रही है. रिसर्च के कारण 155 घोटाले की सूची निकाली है. बीजेपी यदि नाकामियों को सामने रखेगी तो उसका जवाब कांग्रेस देंगी. सात महीने के कार्यकाल में बीजेपी ने चोरी के अलावा कोई काम नहीं किया.