भिंड3 घंटे पहले
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क्रेन की मदद से कैंटर की कैबिन में फंसे कंडक्टर का निकालते लोग
- नेशनल हाईवे- 92 की भिंड ग्वालियर रोड पर दबोह मोड़ पर हुआ हादसा
- क्रेन से खोला कैंटर का केबिन, तब निकल सका कंडक्टर
नेशनल हाईवे- 92 की भिंड ग्वालियर रोड पर दबोह मोड़ के पास तेज रफ्तार गुजर रहे डंपर के चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिए, जिससे पीछे से आ रही कैंटर उससे टकरा गई, यह टक्कर इतनी जबरदस्त हुई कि कैंटर का केबिन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे उसमें कंडक्टर फंस गया। स्थिति यह हुई कि कंडक्टर को क्षतिग्रस्त केबिन से बाहर निकालने के लिए पुलिस को क्रेन बुलाना पड़ी। करीब 30 मिनट की जद्दोजहद के बाद कंडक्टर को सुरक्षित निकाला गया। पुलिस ने घायल कैंटर के ड्रायवर और कंडक्टर को उपचार के जिला अस्पताल पहुंचाया। यह हादसा मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे का है।
बताया जा रहा है कि कैंटर क्रमांक एमपी 07 जीए 7479 का चालक सोनू पुत्र जगदीश जाटव निवासी गुड़ा शिवपुरी और कंडक्टर ओम (25) पुत्र मनीष गोस्वामी के साथ गाड़ी में केला भरकर शिवपुरी जा रहा था। वह मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे भिंड ग्वालियर रोड पर दबोहा मोड के पास पहुंचा ही थी कि आगे से जा रहे तेज रफ्तार एक डंपर चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिए, जिससे पीछे आ रहा सोनू का कैंटर उससे टकरा गई। यह टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कैंटर की केबिन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं इस घटना के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया। सूचना मिलने पर देहात पुलिस मौके पर पहुंची। किसी तरह से ड्रायवर सोनू को तो बाहर निकाल लिया गया। लेकिन अंदर कंडक्टर ओम फंस गया, जिसे निकालने के लिए देहात पुलिस को क्रेन बुलाना पड़ी। करीब 30 मिनट की मशक्कत के बाद किसी तरह से ओम को बाहर निकाला गया।
कैंटर मालिक का बेटा है कंडक्टर, पहली बार गाड़ी में साथ आया था
हाईवे पर दबोहा मोड के पास इस घटना के बार दोनों ओर करीब 500- 500 मीटर लंबा ट्रैफिक जाम हो गया। हालांकि क्रेन के समय से आने के बाद दुर्घटनाग्रस्त कैंटर को सड़क किनारे कर ट्रैफिक सामान्य किया। लेकिन इस दौरान करीब एक घंटे तक इस रोड पर राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि घायल कंडक्टर ओम कैंटर मालिक का बेटा है और पहली बार ही वह गाड़ी पर साथ आया था। अस्पताल में उसका इलाज किया जा रहा है।