अलग सिंधी राज्य की मांग से मुकरे भाजपा सांसद शंकर लालवानी

अलग सिंधी राज्य की मांग से मुकरे भाजपा सांसद शंकर लालवानी


अलग सिंधी राज्य की मांग से मुकर गए हैं बीजेपी सांसद शंकर लालवानी.

अलग सिंधी राज्य की मांग से मुकरे सांसद शंकर लालवानी ने कहा जिस दिन की थी मांग उसी दिन मांग ली थी माफी. कांग्रेस ने शंकर लालवानी के बयान को बताया हास्यास्पद, कहा कह कर मुकर जाना बीजेपी की पुरानी रीति नीति.


  • News18Hindi

  • Last Updated:
    October 22, 2020, 4:57 PM IST

इंदौर. मध्य प्रदेश विधानसभा (Madhya Pradesh Assembly) की 28 सीटों पर उपचुनाव ( By-lection) का दिन जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, नेता उतनी ही तेजी से रंग बदलते दिख रहे हैं. वोटरों को लुभाने की कोशिश में ये नेता एक-दूसरे पर हमलावर हो रहे हैं. ताजा मामला भाजपा (BJP) के इंदौर (Indore) सांसद शंकर लालवानी (MP Shankar Lalwani) का है. कुछ दिन पहले तक वे अलग सिंधी राज्य (Sindhi state) की मांग कर रहे थे, अब आज इस चुनावी माहौल में अपनी बात से मुकर गए हैं. आज उन्होंने कहा कि मैंने उसी दिन स्पष्ट कर दिया था और बताया था कि मैंने कभी अलग सिंधी राज्य की मांग नहीं की. उसी दिन मैंने खंडन भी कर दिया था. गौरतलब है कि अभी कुछ दिनों पहले सांसद शंकर लालवानी के संसद में दिए बयान का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने अलग सिंधी राज्य की मांग की थी. लेकिन चारों ओर आलोचना झेल रहे सांसद को ये मांग वापस लेनी पड़ी, क्योंकि उनकी इस मांग पर उन्हीं के समाज के लोग नाराज हो गए थे.

अब मध्य प्रदेश उपचुनाव से पहले कांग्रेस इस पर चुटकी ले रही है. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी की ये पुरानी रीति और नीति रही है. पहले कुछ भी मांग कर लेना और फिर बाद में जनता का विरोध होने पर पलटी मार जाना. यही काम शंकर लालवानी कर रहे हैं. सिंधी राज्य की मांग उन्होंने लोकसभा में की थी, जो संसद के रिकार्ड में है और अब अपने बयान से पलट जाना ये बड़ा ही हास्यास्पद है.





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