Chief Minister heard Jwala Mai’s cheer | मुख्यमंत्री ने ज्वाला माई के लगवाए जयकारे, आल्हाखंड सुना कर बोले- कमलनाथ इसका मतलब ही नहीं बता पाएंगे

Chief Minister heard Jwala Mai’s cheer | मुख्यमंत्री ने ज्वाला माई के लगवाए जयकारे, आल्हाखंड सुना कर बोले- कमलनाथ इसका मतलब ही नहीं बता पाएंगे


सागर15 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री, भाजपा प्रत्याशी एवं पदाधिकारी

  • मंच पर बगैर मास्क के चढ़ गए कई नेता
  • सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं किया

राहतगढ़ की सभा में मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में 9 बार बुंदेली बोली थी। स्थानीय लोगों से जुड़ाव दिखाने उन्होंने ऐसा किया था। वहीं बुधवार को हुई सीहोरा की चुनावी सभा में जलंधर गांव के ज्वाला माई के प्रसिद्ध मंदिर का जिक्र किया। नवरात्र के मौके को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान ने तीन बार जलंधर की ज्वाला माई की जय बुलवाई। ऐसा कर उन्होंने यह संदेश भी दिया कि वे क्षेत्र से भलीभांति परिचित हैं।

उन्होंने कहा कि गोविंद जो शक्तिशाली मंत्री माने जाते थे, कांग्रेस सरकार के समय सुरखी में एक भी विकास कार्य नहीं कर पाए। वे जब कमलनाथ से कहते थे कि सीहोरा के काम कर दो सुरखी, जैसीनगर, राहतगढ़ के काम कर दो तो कमलनाथ कहते थे कि पैसे ही नहीं है।

पैसा होता है सोच में। एक तरफ कमलनाथ की सरकार, जिसने विकास करने से मना कर दिया। दूसरी तरफ शिवराज सिंह की सरकार है, जिसने 6 माह में ही विकास कार्यों की झड़ी लगा दी कोई कसर नहीं छोड़ी। 500 करोड़ के विकास कार्य करा दिए। मैं फिर कह रहा हूं कि अभी तो यह ट्रेलर है, पिक्चर अभी बांकी है। हम तो विकास के लिए हैं। चिंता मत करो गोविंद, 6 माह पूरे हो गए इसलिए आप ने इस्तीफा दिया है। चिंता काहे को करते हो 3 नवंबर को वोट डलेंगे। जनता जिताएगी।

उन्होंने जनता से पूछा जिताओगे कि नहीं? बताओ?-जवाब मिला तो बोले- मामा मुख्यमंत्री बनाएगा। (मंत्री की जगह गलती से मुख्यमंत्री बोल गए) काहे को चिंता कर रहे हो। मैं विकास कार्य करता हूं तो कमलनाथ मुझे गाली देते हैं। मुझे नालायक, भूखा-नंगा, कलाकार कहते हैं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ बता दें, तुम्हारा कहां गड़ा है। अगर नरा का मतलब भी जानते हो तो यही बता दो। कहां से आये हो, क्या बुंदेलखंड को जानते हो? क्या मध्यप्रदेश को जानते हो? तुम्हें पता है भुजरियों का त्यौहार क्या होता है? आल्हा ऊदल का नाम सुना है।

बड़े लड़इया महुबे वाले, जिनकी जात बना फर्राये। कभी इस क्षेत्र की परंपरा में पढ़ी है तुमने? जाना है इस क्षेत्र को? चार टाप से घोड़ा मारे, पांचवां मुंह से जाय चबाए…। पूछ लो तो मतलब ही नहीं बता पाएंगे। बात करते हैं मध्यप्रदेश की। यह मध्यप्रदेश की धरती है। इस माटी से प्रेम करना सीखो और इस धरती की माता बहनों का अपमान कभी मत करना कमलनाथ, वरना इस प्रदेश की जनता से बुरा कोई नहीं होगा।

हम वादा निभाने वाले हैं, कांग्रेस ने सिर्फ धोखा दिया : भार्गव

मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि हम वचन निभाने वाले हैं। राहत एवं बीमा राशि देने वाले हैं, बोनस देने वाले हैं। लोगों के सुख-दुख में साथ देने वाले हैं। राम मंदिर का वचन भाजपा ने दिया था, जो सब जानते हैं कि पूरा हो गया है। उन्होने कहा कि कांग्रेस ने वादा तो बहुत कुछ किए थे लेकिन किया कुछ भी नही। सिर्फ धोखा दिया।

जनता तय करे उधोगपति राज करे या किसान का बेटा : भूपेंद्र

मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा यह उपचुनाव मध्यप्रदेश और सुरखी का भविष्य तय करेगा। पहली बार ऐसा हो रहा है कि बनी बनाई सरकार मिल रही है। अभी तक सरकार किसी की और विधायक किसी और पार्टी से रहा है। ये विकास का अवसर है। एक तरफ कमलनाथ हैं जिनका सिर्फ उधोगपतियों से नाता है, और एक तरफ शिवराज हैं, जिनका जन-जन से नाता है।

भाजपा और शिवराज के हाथ मजबूत करें : जिलाध्यक्ष

जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने कहा कि गोविंद सिंह भाजपा और शिवराज के हाथ मजबूत करें, ताकि क्षेत्र का विकास हो सके। सभा में जबेरा विधायक धर्मेन्द्र लोधी, डॉ. सुशील तिवारी, दीपक शर्मा, रोशनी यादव, सांसद राजबहादुर सिंह, अभिषेक भार्गव, विधायक प्रदीप लारिया, पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव, धरमू राय,लता वानखेड़े, शैलेश केशरवानी, डॉ. सुखदेव मिश्रा, अशोक सिंह बामोरा, नरेंद्र चौबे आदि मौजूद थे। संचालन लक्ष्मण सिंह ने किया। आभार सुधीर यादव ने माना।



Source link