जबलपुरएक दिन पहले
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पिछले 7 दिनों में कोरोना का जो कहर रहा क्या नवंबर के बाद उसकी वापसी और खतरनाक होगी? रोज के पॉजिटिव मरीजों की घटती संख्या से भले ही यह समझा जाए कि कोरोना का संक्रमण खत्म हो रहा है। वहीं प्रशासन जो अभी तक ऑक्सीजन सपोर्ट बेड बढ़ाने आतुर था, अब आईसीयू बढ़ाने की बात कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि मध्य नवंबर से ठंड बढ़ने पर कोरोना का पलटवार अभी से ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
यही कारण है कि ऊपरी तौर पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की बात करने वाला प्रशासन अंदरुनी तौर पर उस हालात से निपटने की तैयारी कर रहा है। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बुधवार की शाम शहर के निजी अस्पताल संचालकों से जिस तरह आईसीयू बेड बढ़ाने की बात की है उसके कई अर्थ निकलते हैं। एक तो यह कि नवंबर के बाद हालात बिगड़ने वाले हैं, दूसरा सरकारी स्वास्थ्य सेवाएँ मेडिकल या विक्टोरिया अभी जिन हालत में हैं वैसे ही रहेंगे, वहाँ ऑक्सीजन बेड से ज्यादा कुछ अन्य सुविधाएँ बढ़ाने पर फोकस नहीं है।
एक साल के मरीजों की दें जानकारी- निजी अस्पतालों से प्रशासन ने एक साल में इलाज किए गंभीर रोगों के मरीजों की जानकारी भी माँगी है, इसकी सूची सीएमएचओ को देने निर्देश दिए गए हैं। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि उन मरीजों से कोरोना कंट्रोल रूम सम्पर्क कर सचेत रहने के साथ ही अन्य सलाह देगा। कलेक्टर के साथ इस मौके पर जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुररिया मौजूद थे।
अभी से करें तैयारी, एएसयू भी लगाएँ– कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर श्री शर्मा ने शहर के निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर सहित कोरोना मरीजों के उपचार के लिये उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली। कोरोना संक्रमण की भविष्य की चुनौतियों की तैयारी अभी से करने की भी बात की। इसके पीछे उनका तर्क था कि मरीजों की संख्या एकदम से बढ़ने पर पैनिक की स्थित न बने, यह सोच कर काम करना है। उन्होंने निजी अस्पतालों को संसाधन बढ़ाने के साथ ही एयर सेपरेशन यूनिट लगाने के लिए कहा। कलेक्टर ने जनता के प्रति निजी अस्पतालों को अपनी जिम्मेदारी को निभाने की बात कही।
वैक्सीनेशन की करें तैयारी| निजी अस्पताल संचालकों से कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारी करने के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं में लगे स्टाफ की लिस्ट सीएमएचओ के देने के लिए कहा।