Kaneri Dam is not good but policy to supply water to industries | कनेरी डैम लबालब लेकिन उद्योगों को पानी सप्लाई की नहीं बन पाई पालिसी

Kaneri Dam is not good but policy to supply water to industries | कनेरी डैम लबालब लेकिन उद्योगों को पानी सप्लाई की नहीं बन पाई पालिसी


रतलाम6 घंटे पहले

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  • उद्योगों को अगले कुछ महीने में पानी मिलना शुरू होने पर बना हुआ है संशय

कनेरी डैम लगभग बनकर लगभग तैयार है। जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में डैम का 10 एमसीएम पानी उद्योगों के लिए रिजर्व रखने के निर्देश भी दे दिए गए हैं लेकिन उद्योगों को पानी कैसे और कब तक पहुंचेगा इसकी योजना नहीं बन पाई है। ऐसे में शहर के उद्योगों को पानी कब तक मिलेगा इस पर अभी संशय बना हुआ है। पालिसी बनेगी। इसके बाद डिस्ट्रिब्यूशन लाइन डलेगी। ऐसे में अगले कुछ महीनों तक तो उद्योगों को इस डैम से पानी मिलना मुश्किल है। कनेरी डैम का निर्माण उद्योगों को पानी देने के लिए किया है। इसके लिए उद्योग विभाग ने करीब 25 करोड़ रुपए जल संसाधन विभाग को दिए हैं। डैम का 98 फीसदी काम पूरा हो गया है। थोड़ा-सा काम बाकी है लेकिन अब तक उद्योगों को पानी देने के लिए योजना नहीं बन पाई है। जल उपयोगिता समिति की बैठक में भी सिर्फ पानी रिजर्व रखने की बात हुई। ऐसे में अभी की तरह आगे भी उद्योगों को कुछ महीने तक पानी खरीदना ही पड़ेगा।

100 हेक्टेयर में फैला { कनेरी 100 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है।

  • डैम का काम 25 जनवरी 2017 को शुरू हुआ था। 31 दिसंबर 2018 काम हो जाना था और पानी का उपयोग भी शुरू हो जाना था लेकिन लेटलतीफी के कारण दो साल बाद काम पूरा होने जा रहा है।
  • डैम की कैपिसिटी 12.21 मिलियन क्यूबिक घन मीटर है। इसमें से 10 मिलियन क्यूबिक घन मीटर पानी उद्योगों को दिया जाएगा।
  • डैम की हाइट 27.50 मीटर है।

सप्लाई शुरू हो तो 200 से ज्यादा उद्योगों को फायदा हो

डैम का निर्माण उद्योगों के लिए किया गया है। इसके 90 फीसदी पानी का इस्तेमाल उद्योगों को करना है लेकिन अभी तक कोई योजना नहीं बन पाई है। यदि योजना बनाई जाए तो डोसीगांव औद्योगिक क्षेत्र, दिलीप नगर औद्योगिक क्षेत्र, सालाखेड़ी औद्योगिक क्षेत्र और नमकीन क्लस्टर के 200 से ज्यादा उद्योगों को फायदा हो और उन्हें पानी आसानी से मिल सकें। अभी उद्योगों को पानी टैंकर से मंगाना पड़ रहा है।

डैम का पानी उद्योगों को मिलना चाहिए – उद्योगपति अरिहंत पोरवाल ने बताया कि शासन ने उद्योगों के हित में राशि खर्च कर डैम बनवाया। अब जब डैम बन गया है और उद्योगों के लिए पानी रिजर्व रखना शुरू हो गया है तो फिर पानी उद्योगों को मिलना चाहिए। जल्द उद्योगों को पानी मुहैया कराया जाए ताकि शहर के उद्योगों को तो फायदा हो। साथ ही पानी आधारित नए उद्योग शुरू हो सके।

हमारा काम डैम बनाकर पानी रिजर्व रखने का है
जल संसाधन विभाग के ईई एच. के. मालवीय ने बताया कि 98 फीसदी काम पूरा हो गया है। शेष काम भी जल्द पूरा होगा। सप्लाई उद्योग विभाग को करना है।
एकेवीएन और आईडीसी वालों को करना है – उद्योग विभाग के महाप्रबंधक अमरसिंह मौरे ने बताया डैम का पानी आरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। सप्लाई को लेकर एकेवीएन और आईडीसी वालों को ज्वाइंट बैठक कर फैसला होना है।​​​​​​​



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