मुरैना17 घंटे पहले
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अंबाह नहर में पानी नहीं आने से किसान पलेवा के लिए परेशान हैं।
- सबलगढ़ के सुनहरा हैड से 1900 क्यूसेक पानी में से 1100 क्यूसेक भिंड जिले काे दिया जा रहा है
कोटा बैराज से चंबल नहर में रविवार को 400 क्यूसेक पानी कम कर दिया गया है। इसे लेकर चीफ इंजीनियर शंभूदयाल श्रीवास्तव ने राजस्थान के अफसरों को कड़ा पत्र लिखा है। पानी की कमी से अंबाह क्षेत्र के 20 हजार किसान पलेवा नहीं कर पा रहे हैं। जल संकट को लेकर भाजपा प्रत्याशी कमलेश जाटव ने मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित कराया है। रविवार को पार्वती एक्वाडक्ट पर 2800 क्यूसेक पानी पहुंचते ही जल संसाधन विभाग के अफसरों में खलबली मच गई।
कारण था कि शनिवार तक 3000 से 3200 क्यूसेक पानी कोटा बैराज से छोड़ा जा रहा था। 400 क्यूसेक पानी कम आने से सबलगढ़़ के सुनहरा हैड पर 2100 क्यूसेक की जगह 1900 क्यूसेक पानी ही आना संभव होगा । इससे अंबाह ब्रांच कैनाल में छोड़ा जा रहा 200 क्यूसेक पानी भी बंद करने की नौबत बनेगी। कारण है कि सुनहरा हैड से इस समय लोअर मैन कैनाल में 1900 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
जिसमें से 1100 क्यूसेक पानी आसन नदी के जरिए कोतवाल डैम में पहुंचाया जा रहा है और 500 क्यूसेक लोअर मैन कैनाल में तथा 300 क्यूसेक मुरैना ब्रांच कैनाल में। वहीं अंबाह-पोरसा के किसानों ने रविवार को भाजपा प्रत्याशी कमलेश जाटव से कहा कि बड़ी नहर में पानी नहीं आने से पलेवा की समस्या बनी हुई है ।सिंचाई विभाग के अफसर तो 10 नवंबर तक पानी छोड़ने की बात कर रहे हैं। इस हाल में खेतों का पलेवा कैसे होगा। पूर्व विधायक जाटव ने कहा कि इस मामले से वह सीएम को अवगत कराएंगे।