Kolkata’s mystery bowler Varun, who has studied architecture, can bowl in seven ways. | आर्किटेक्चर की पढ़ाई कर चुके कोलकाता के मिस्ट्री बॉलर वरुण सात तरह से गेंद डाल सकते हैं

Kolkata’s mystery bowler Varun, who has studied architecture, can bowl in seven ways. | आर्किटेक्चर की पढ़ाई कर चुके कोलकाता के मिस्ट्री बॉलर वरुण सात तरह से गेंद डाल सकते हैं


अबु धाबी12 मिनट पहले

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वरुण ने 13 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। 17 साल तक वे विकेटकीपर बल्लेबाज थे।

  • 29 साल के वरुण मौजूदा सीजन के एक मैच में पांच विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने

कोलकाता नाइटराइडर्स ने शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स को 59 रन से हराया था। उस मैच में कोलकाता के लेग स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने 20 रन देकर 5 विकेट लिए थे। वे इस सीजन में 5 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने। 29 साल के वरुण ने कहा, ‘मुझे बताया गया था कि मुझे छोटे एंड से गेंदबाजी करनी है, तो मुझे गेंद को विकेट टू विकेट करना जरूरी था।

मैं मां मालिनी, पिता विनोद चक्रवर्ती और मंगेतर नेहा को धन्यवाद कहना चाहता हूं।’ वरुण मौजूदा सीजन में 10 मैच में 7.05 की इकोनॉमी से 12 विकेट ले चुके हैं। कर्नाटक के वरुण आर्किटेक्ट भी हैं। आईपीएल में उनकी एंट्री मिस्ट्री बॉलिंग के चलते हुई। वरुण दावा कर चुके हैं कि वह सात तरह से गेंद फेंक सकते हैं। इनमें ऑफब्रेक, लेगब्रेक, गुगली, कैरम बॉल, फ्लिपर, टॉपस्पिन, पैर की उंगलियों पर यॉर्कर शामिल है। 2018 में टीएनपीएल में ब्रेक मिला, किंग्स इलेवन पंजाब ने 8.4 करोड़ में खरीदा: वरुण ने 2018 में तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) में डेब्यू किया। उन्होंने अपनी टीम मदुरै पैंथर्स को पहली बार टाइटल दिलाया था। इस दौरान उन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स और कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाड़ियों को नेट्स पर गेंदबाजी भी की थी। इसी साल विजय हजारे ट्रॉफी में 9 मैच में 22 विकेट लिए।

साल 2018 में किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें 8.4 करोड़ रुपए में खरीदा जबकि उनका बेस प्राइज मात्र 20 लाख रुपए था। हालांकि वरुण को ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला। 2020 के लिए पिछले साल दिसंबर में हुई नीलामी में वरुण को कोलकाता ने 4 करोड़ रुपए में खरीदा था। वरुण कोलकाता टीम में शामिल होने से पहले दिनेश कार्तिक से विकेटकीपिंग के टिप्स ले चुके हैं।

13 साल की उम्र में खेलना शुरू किया, 17 साल तक विकेटकीपर थे
वरुण ने 13 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। 17 साल तक वे विकेटकीपर बल्लेबाज थे। उन्हें कई बार ट्रायल में रिजेक्ट होना पड़ा। इसलिए उन्होंने क्रिकेट छोड़कर आर्किटेक्ट बनने का फैसला किया। उन्हाेंने चेन्नई की एसआरएम यूनिवर्सिटी से 5 साल का आर्किटेक्चर का कोर्स किया। पैशन को जिंदा रखने के लिए टेनिस बॉल क्रिकेट खेला करते। वे एक क्रिकेट क्लब से जुड़ गए। लेकिन दूसरे ही मैच में इंजरी हो गई और वरुण को बॉलिंग ऑलराउंडर से स्पिनर बनना पड़ा।



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