Indore Businessman Jitu Soni Close Aide Narendra Raghuwanshi Commits Suicide At Sudama Nagar | होटल माय होम केस में आरोपी रघुवंशी ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा – पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई से मेरी प्रतिष्ठा धूमिल हुई, अंगदान करने का भी लिखा

Indore Businessman Jitu Soni Close Aide Narendra Raghuwanshi Commits Suicide At Sudama Nagar | होटल माय होम केस में आरोपी रघुवंशी ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा – पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई से मेरी प्रतिष्ठा धूमिल हुई, अंगदान करने का भी लिखा


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इंदौर5 मिनट पहले

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पिता की बीमारी के कारण रघुवंशी पेरोल पर छूटकर जेल से बाहर आए थे।

  • नरेंद्र रघुवंशी ने सुदामा नगर स्थित अपने घर पर फांसी लगाकर जान दी
  • सुसाइड नोट में मौत के लिए पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई को जिम्मेदार बताया

होटल माय होम केस में आरोपी और जीतू सोनी के करीबी रहे नरेंद्र रघुवंशी ने मंगलवार को सुसाइड कर लिया। रघुवंशी सुदामा नगर स्थित अपने घर पर फंदे में लटके मिले। उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें पुलिस-प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के कारण जान देने की बात लिखी। साथ ही मौत के बाद अंग दान करने को भी कहा है। रघुवंशी पिछले दिनों वृद्ध पिता के स्वास्थ्य को लेकर पैरोल पर सेंट्रल जेल से बाहर आए थे। आज पैरोल खत्म हो रही थी।

पुलिस को मिला सुसाइड नोट।

पुलिस को मिला सुसाइड नोट।

पुलिस के अनुसार पलासिया थाना में मानव तस्करी और देह व्यापार का केस दर्ज हाेने के बाद नरेंद्र को जीतू सोनी के बेटे अमित के साथ गिरफ्तार किया गया था। कुछ दिन पहले ही उसे पैराेल पर छाेड़ा गया था। मंगलवार को पैरोल खत्म हाेने के बाद उसे फिर से जेल पहुंचना था। जानकारी अनुसार रघुवंशी 20-25 साल से जीतू के साथ जुड़ा हुआ था। वह जीतू के साथ होटल माय होम भी संभालता था।

यह लिखा सुसाइड नोट में…
रघुवंशी के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने लिखा कि मैं अपनी मर्जी से जान दे रहा हूं। इसमें मेरे परिवार का कोई दोष नहीं है। पुलिस-प्रशासन द्वारा मेरे खिलाफ जो कार्रवाई की गई, उससे मेरी प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। उसी बात को लेकर मैं जान दे रहा हूं। मेरे मरने के बाद आंख, दिल, किडनी, लीवर किसी जरूरतमंद को दे देना

30 नवंबर 2019 को हुई थी कार्रवाई
हनी ट्रैप मामला सामने आने के बाद 30 नवंबर 2019 की रात जीतू सोनी के खिलाफ प्रशासन द्वारा कार्रवाई की शुरुआत की गई थी। पुलिस और प्रशासन की टीम ने सोनी के गीता भवन स्थित माय होम होटल पर छापा मारा और यहां से 67 युवतियों को बरामद किया। इसके बाद पलासिया थाने में जीतू और अन्य के खिलाफ मानव तस्करी और प्रिवेंशन ऑफ इम्पोरल ट्रैफिकिंग एक्ट (पीटा) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था। इसके बाद नगर निगम ने जीतू के अवैध बने होटल सहित वैध संपत्तियों को जमींदोज कर दिया था।

28 जून को जीतू गुजरात से गिरफ्तार हुआ

होटल माय होम में 67 महिलाओं को बंधक बनाकर रखने के आरोपी जीतू उर्फ जितेंद्र सोनी को क्राइम ब्रांच ने गुजरात में अमरेली जिले के उसके पुश्तैनी गांव धारग्नि से 28 जून को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार जीतू के भाई महेंद्र सोनी की गिरफ्तारी के बाद जीतू के छह ठिकानों की जानकारी मिली थी। चार ठिकानों पर 6 टीमों ने दबिश भी दी, लेकिन वह नहीं मिला। इस बीच पुलिस को खबर मिली कि जीतू अपने पिता के पुण्यतिथि कार्यक्रम में पुश्तैनी गांव धारग्नि आने वाला है। इस पर पुलिस की टीम पहले से ही गांव में तैनात हो गई थी। जैसे ही जीतू वहां आया उसे गिरफ्तार कर लिया गया।



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