Lost first son, daughter-in-law no longer allowed to meet grandson; Grandparents plead in family court to visit grandson | बेटे की मौत के बाद पोते से नहीं मिलने दे रही बहू; दादा-दादी ने पोते से मिलने के लिए कुटुंब न्यायालय में लगाई गुहार

Lost first son, daughter-in-law no longer allowed to meet grandson; Grandparents plead in family court to visit grandson | बेटे की मौत के बाद पोते से नहीं मिलने दे रही बहू; दादा-दादी ने पोते से मिलने के लिए कुटुंब न्यायालय में लगाई गुहार


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भोपालएक घंटा पहले

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प्रतीकात्मक फोटो

  • दादा-दादी ने कहा- सिर्फ 1 घंटे पोता-पोती से मिलने दें, ताकि मिल सके जीवन जीने के लिए संजीवनी

एक बुजुर्ग माता-पिता काे एक ओर जहां इकलाैते बेटे काे खाेने का दर्द सहना पड़ रहा है तो वहीं पोता-पोती से न मिल पाने का गम भी। बेटे की माैत के बाद बहू बच्चों को लेकर मायके चली गई, जिसकी वजह से वे अपने वंश के अंश से नहीं मिल पा रहे। इसके लिए दादा-दादी ने हर जगह गुहार लगाई। जब कहीं से राहत नहीं मिली तो उन्होंने कुटुंब न्यायालय की शरण ली है। उनका कहना है कि बहू किसी सार्वजनिक स्थान पर बच्चों से 1 घंटे मिलने की अनुमति दे दे, ताकि उन्हें जीवन जीने की संजीवनी मिल सके। वहीं, बहू का कहना है कि दादा-दादी बच्चों को भड़काते हैं, इसलिए वह उनसे संबंध नहीं रखना चाहती।

सिर्फ 1 घंटे… पोता-पोती से मिलने दें, ताकि मिल सके जीवन जीने के लिए संजीवनी
कुटुंब न्यायालय में मामले की काउंसलिंग हुई। दादा-दादी ने बताया कि उनके बेटे की माैत 30 नंवबर 2018 को हाे गई थी। वह दिल्ली में आईटी कंपनी में काम करता था। बहू अपने 3 बच्चों के साथ उनके घर तेरहवीं तक रही। उसके बाद वह बच्चों को लेकर मायके चली गई। पहले उन्हें लगा कि बहू को पति की मौत का सदमा लगा है। माहौल बदलने के बाद वह उनके पास आ जाएगी, लेकिन उसने सारे रिश्ते खत्म कर दिए। वह बच्चों से न वीडियो काॅल, न फोन पर और न ही आमने-सामने बात करने दे रही। उन्होंने कहा कि बहू बच्चों से 1 घंटे मिलने की अनुमति दे दे, ताकि उन्हें जीवन जीने की संजीवनी मिल सके।

बच्चे किससे मिलें, किससे नहीं, यह तय करने का हक मेरा
शैल अवस्थी ने बताया कि काउंसलिंग में बहू ने स्पष्ट कह दिया कि बच्चे उसके हैं। उसे यह तय करने का हक है कि वे किससे मिलें, किससे नहीं। जब सास-ससुर ने संपत्ति बच्चों के नाम करने की बात की तो बहू ने मना कर दिया। उसने कहा कि बच्चे सक्षम होंगे तो वे खुद संपत्ति बना लेंगे। काउंसलर की समझाइश पर भी बहू तैयार नहीं हुई। अवस्थी ने बताया कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट बनाकर दे दी है। अब कोर्ट में ही सुनवाई होगी।



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