Poisonous chemicals make the poison of Gandisagar water, change the color and taste of water from nearby wells | जहरीले रसायन से गांधीसागर का पानी बन रहा जहर, बदलने लगा पास के कुओं के पानी का रंग और स्वाद

Poisonous chemicals make the poison of Gandisagar water, change the color and taste of water from nearby wells | जहरीले रसायन से गांधीसागर का पानी बन रहा जहर, बदलने लगा पास के कुओं के पानी का रंग और स्वाद


मंदसौरएक घंटा पहले

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  • मंदसौर-नीमच जिले के 169 गांवों के पेयजल का आधार है गांधी सागर, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड टेस्टिंग के लिए आज लेगा सैंपल

फैक्ट्रियों से निकले घातक केमिकल को नष्ट करने की बजाय नदी में डाला जा रहा है। रोक-टाेक नहीं होने से फैक्ट्री संचालक यह काम बेखौफ कर रहे हैं। नागदा-उज्जैन की फैक्ट्रियों का यह वेस्ट मटेरियल चंबल में होकर गांधीसागर जलाशय में पहुंच रहा है। केमिकल मिलने से बैक वाटर एरिया के गांवों में पानी जहर बन गया है। मंदसौर-नीमच जिले के करीब 169 गांव प्रभावित हैं। हालात यह है कि केमिकल का प्रभाव अन्य जलस्त्रोतों में दिखने लगा है। जल्द अंकुश नहीं लगाया तो पेयजल स्त्रोत दूषित पानी उगलने लगेंगे। बुधवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसर प्रभावित गांवों में जाकर जहरीले पानी की टेस्टिंग के लिए सैंपल लेंगे। मंगलवार को भास्कर टीम आक्यामेडी पहुंची। गांधीसागर का बैक वाटर से 200 फीट दूर ही है। पानी की बदबू गांव की ओर एक किमी दूर आती है आक्यामेडी निवासी 65 साल के बुजुर्ग भगतराम पाटीदार ने बताया पहली बार नदी के पानी में ऐसा दृश्य देख रहा हूं। सिंचाई के दौरान पानी से बदबू आ रही है। मोटर पंप चालू करके खेत छोड़कर दूसरे-तीसरे खेत की मेढ़ पर जाकर पानी देखते हैं। इसी गांव के धन्नालाल माली, भेरूसिंह राजपूत, गोपालसिंह ने बताया कि नदी के पास वाले कुओं का पानी हरा-नीला हो गया। गांव के कुएं के पानी का स्वाद तक बदल गया है। कई छोटे किसान खेतों में सब्जी लगाते हैं। जहरीले केमिकल का असर सब्जियों पर हुआ तो लोगों के जीवन पर संकट आ जाएगा।

सीएम हेल्पलाइन पर की शिकायतें, अब धरना देंगे

छोटी आंत्री निवासी भेरूलाल रेबारी, प्रभुलाल रेबारी ने बताया नदी का पानी गांव के नालों में पास भरा है। जो बदबू मार रहा है। जिससे परेशानी हो रही है। 18 से 20 लोगों ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई है। गुरुवार को संजीत नायब तहसीलदार को ज्ञापन देंगे। समस्या का निराकरण नहीं होने पर धरना प्रदर्शन की रणनीति बनाएंगे।

आज मंदसौर-नागदा में सैंपलिंग करेंगे अफसर
^फैक्ट्रियों के केमिकल से जहरीले हुए चंबल के पानी को लेकर आज मंदसौर व नागदा में पानी के सैंपल लिए जाएंगे। हमने क्लास वन के अफसरों को यह कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सैंपलिंग के बाद टेस्टिंग के नतीजों पर बोर्ड आगे की कार्रवाई करेगा।
हेमंत तिवारी, क्षेत्रीय प्रबंधक, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उज्जैन

भगोर के किसानों ने विधायक को रोका, बताई समस्या

उपचुनाव के लिए जनसंपर्क करने सीतामऊ तहसील के गांव भगोर गए मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया को किसानों ने रोक लिया। उन्हें चंबल के जहरीले पानी की समस्या बताने के साथ मौके पर जाकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। सिसौदिया ने नागदा के पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत से मोबाइल पर चर्चा की। शेखावत ने बताया नागदा की फैक्ट्रियों में वेस्ट केमिकल का काफी स्टोरेज है। यह नष्ट करने की बजाय मौका पाकर नदियों में छोड़ देते हैं। मंदसौर-नीमच के अलावा भगोर से नागदा तक करीब 50 किमी में ऐसी स्थिति है। शेखावत का कहना है कि वेस्ट केमिकल को नष्ट करने के लिए फैक्टरी संचालक मिलकर करीब 100 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं।

प्रशासन को तत्काल एक्शन लेना चाहिए
^प्रशासन एवं संबंधित विभागों को तत्काल एक्शन लेना चाहिए। मैंने मौके पर जाकर हालात देखे हैं। जहरीले पानी की दुर्गंध से किसान परेशान हैं। जानवर बीमार हो रहे हैं, पेयजल स्रोतों में प्रभाव देखा गया है। दूषित पानी की सब्जियां बाजार में आएगी तो संकट खड़ा हो जाएगा।
यशपालसिंह सिसौदिया, विधायक, मंदसौर



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