Contract health workers put their lives at risk, now the government is kicking on the stomach | नौकरी से हटाने पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, कहा- मांग नहीं मानी तो भोपाल में भूख हड़ताल करेंगे

Contract health workers put their lives at risk, now the government is kicking on the stomach | नौकरी से हटाने पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, कहा- मांग नहीं मानी तो भोपाल में भूख हड़ताल करेंगे


जबलपुर3 मिनट पहले

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नारेबाजी कर प्रदर्शन करते हुए कोविड-19 स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के सदस्य और पदाधिकारी।

  • कोरोना के दौरान रखे गए नर्सिंग स्टॉफ में 50 प्रतिशत कमी करने और सपोर्टिंग स्टॉफ हटाने को लेकर प्रदर्शन, सीएम को सम्बोधित एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

कोविड-19 स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने नौकरी से निकालने पर गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। संविदा कर्मचारियों ने ज्ञापन देकर नियमित करने की मांग की। इससे पहले संघ ने सीएमएचओ को भी ज्ञापन की एक प्रति सौंपी थी। चेतावनी दी कि इस मांग को लेकर वे एक नवम्बर को भोपाल में प्रदेश स्तरीय भूख हड़ताल करेंगे।

संघ के अक्षय गुप्ता ने बताया कि कोरोना संकट के समय पूरे प्रदेश में नर्सिंग स्टाफ और सपोर्टिंग स्टॉफ को रखा गया था। सात महीने से वे जान जोखिम में डालकर कोरोना मरीजों की सेवा करते रहे हैं। इस दौरान कई स्टॉफ खुद संक्रमित हुए। ठीक होकर वे फिर सेवा में जुट गए। उन्होंने पूरी ईमानदारी से सुखसागर, ज्ञानोदय, मनमोहन नगर में बने कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी निभाई। अब शासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्टॉफ में 50 प्रतिशत की कटौती कर दी गई। सपोर्टिंग स्टॉफ पूरी तरह से हटा दिया गया।

तीसरी लहर आने की आशंका
कोविड-19 स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का कहना है कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है। दिल्ली में यह शुरू भी हो गया है। ऐसा लगता है कि सरकार यह मान कर चल रही है कि कोरोना समाप्त हो गया है, या फिर उसके पास कोरोना महामारी से निपटने के लिए पैसे नहीं हैं। ज्ञापन में मांग की गई है कि निकाले गए सभी कर्मियों को वापस लेते हुए संविदा पर नियमित किया जाए।



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