शिवपुरीएक घंटा पहले
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आत्महत्या करने वाली किशोरी चांदनी पांडेय
- शिवपुरी जिले के पिछोर क्षेत्र के मुहारी खुर्द गांव में घटना
- बछड़ा मरने के कारण समाज ने परिवार का बहिष्कार किया था
शिवपुरी जिला मुख्यालय से लगभग सौ किलोमीटर दूर पिछोर क्षेत्र के मुहारी खुर्द गांव में कन्या भोज में शामिल होने से रोकने पर दुखी एक किशोरी ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली। किशोरी के परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया था। इसी वजह से किशोरी तनाव में थी। किशोरी के परिवार को एक बछड़े की मौत होने के बाद समाज से बाहर कर दिया गया था।
घटनाक्रम बुधवार देरशाम का बताया जाता है। ग्राम मुहारी खुर्द में रहने वाली 17 साल की चांदनी पुत्री ब्रजेश पांडेय ने अपने दो मंजिला मकान की छत पर जाकर ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। घटना के समय किशोरी के घर पर कोई नहीं था, उसके परिजन खेत में गए हुए थे। बताया जाता है कि आग लगाने के बाद किशोरी चीखने लगी तो पड़ोसी उसकी मदद करने पहुंचे, लेकिन तब तक किशोरी की मौत हो चुकी थी।
छोटे भाई ने गलत बांध दिया था बछड़ा
चांदनी के भाई संजू पांडेय ने बताया कि लगभग चार माह पहले मेरे छोटे भाई नौ साल के विनीत ने एक बछड़े को बाड़े में गलत ढंग से बांध दिया था। बछड़े की मौत हो गई थी और इसका दोषी हमारे पूरे परिवार को माना गया। गांव के लोगों ने हमारे परिवार को हत्यारा मानकर समाज से बाहर कर दिया।
गंगा स्नान कर भंडारा भी करवाया
किशोरी के परिजन के अनुसार पंचायत बुलाई और हमसे पूजा पाठ, भंडारा और गंगा स्नान गया। हमने पंचायत के बताए अनुसार सभी काम पूरे कर दिए थे। दो दिन पहले गांव के जगदंबा मंदिर में कन्या भोज का आयोजन किया गया। इसी कन्या भोजन में शामिल होने चांदनी भी पहुंची थी। चांदनी को वहां से किसी ने भगा दिया और कहां कि शापित लोगों को यहां किसने आने दिया।
21 हजार मांगकर दे रहे धमकी
किशोरी के परिजन ने बताया कि मंदिर में कन्या भोज से भगा देने के बाद चांदनी रोते हुए घर आई थी। उसे समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह गुमसुम सी हो गई थी। इसके बाद उसने आत्महत्या कर ली।
पुलिस तक नहीं पहुंची शिकायत
किशोरी के पिता ने कहा कि गांव के एक भागवताचार्य ने मुझसे 21 हजार रुपए की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक पैसे नहीं दोगे, समाज में घुसने नहीं देंगे।इस मामले में थाना प्रभारी आलोक सिंह भदौरिया ने कहा कि घटनाक्रम को लेकर हमारे पास अभी कोई शिकायत नहीं आई है।