चेन्नई नेकोलकाता को 6 विकेट से हराया. (फोटो साभार: @ChennaiIPL20)
चेन्नई सुपरकिंग्स बनाम कोलकाता नाइटराइडर्स (CSK vs KKR) मुकाबले केे परिणाम ने आईपीएल (IPL 2020) की 5 टीमों को खुश होने का मौका दिया. इनमें चेन्नई के अलावा मुंबई इंडियंस, किंग्स इलेवन पंजाब, सनराइजर्स हैदराबाद और राजस्थान रॉयल्स की टीमें शामिल हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 30, 2020, 6:11 AM IST
आईपीएल 2020 में अब कितने मुकाबले बाकी हैं और हर मुकाबला कितना अहम है, हम इस पर भी बात करेंगे. लेकिन पहले चेन्नई बनाम कोलकाता (Chennai Super Kings vs Kolkata Knight Riders) मैच की बात कर लें. चेन्नई ने इस मैच में कोलकाता को 6 विकेट से हराया. इससे कोलकाता के प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को करारा झटका लगा है. अब उसे अपना अंतिम लीग मैच ना सिर्फ जीतना होगा, बल्कि कई अन्य टीमों की हार की दुआ भी करनी होगी.
#MumbaiIndians qualifies for the playoffs after Match 49 of #Dream11IPL pic.twitter.com/50w5mOZA7y
— IndianPremierLeague (@IPL) October 29, 2020
केकेआर के अभी 13 मैचों में 6 जीत के साथ 12 अंक हैं. वह प्वाइंट टेबल में पांचवें नंबर पर है. मुंबई इंडियंस की टीम 16 अंक के साथ पहले नंबर पर है. चेन्नई सुपरकिंग्स इस जीत के बावजूद प्वाइंट टेबल में सबसे निचले स्थान पर है.
अब बात मुंबई इंडियंस की. मुंबई इंडियंस 8 मैच जीतकर 16 अंक के साथ प्वाइंट टेबल में टॉप पर है. चेन्नई बनाम कोलकाता मुकाबले से पहले जो समीकरण थे, उसमें कुल पांच टीमें 16 अंक तक पहुंच सकती थीं. यानी, मुंबई टॉप पर रहते हुए भी इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हो सकती थी कि वह प्लेऑफ में पहुंच चुकी है. केकेआर के हारने से यह तय हो गया है कि मुंबई समेत अधिकतम चार टीमें ही 16 अंक हासिल कर सकती हैं. अब मुंबई का प्लेऑफ में खेलना तय है.
अब बात किंग्स इलेवन पंजाब की. इस टीम के 12 मैचों में 6 जीत से 12 अंक हैं. वह मुंबई, बैंगलोर और दिल्ली के बाद प्वाइंट टेबल में चौथे नंबर पर है. अगर केकेआर की टीम चेन्नई से जीत जाती तो उसके 14 अंक हो जाते. ऐसे में पंजाब पर अपने दोनों मैच जीतने या एक मैच बड़े अंतर से जीतने का दबाव बन जाता. अब पंजाब की टीम बाकी बचे दो मैचों में से एक जीतकर भी प्लेऑफ में पहुंच सकती है. हालांकि, ऐसा होने पर उसे नेट रनरेट के समीकरण में उलझना पड़ सकता है. अगर पंजाब की टीम अपने दोनों मैच जीत ले तो प्लेऑफ में पहुंचने से उसे कोई नहीं रोक सकता.
अब बात सनराइजर्स हैदराबाद की. यह टीम 12 मैचों से 10 अंक लेकर छठे स्थान पर है. अगर कोलकाता की टीम जीत जाती तो सनराइजर्स हैदराबाद प्लेऑफ की रेस से लगभग बाहर हो जाती. केकेआर की हार से हैदराबाद की उम्मीदें जाग गई हैं. हालांकि, वह प्लेऑफ में तभी पहुंचेगी, जब वह अपने दोनों मैच जीते. इसके अलावा पंजाब अपने बाकी बचे दो मैच में से एक हारे और केकेआर भी या तो हारे या कम अंतर से जीते.
राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों का चेहरा भी चेन्नई की जीत से खिल उठा होगा. राजस्थान की स्थिति सनराइजर्स हैदराबाद जैसी है. उसके 12 मैचों से 10 अंक हैं. ऐसे में उसकी कोशिश होगी कि वह दोनों मैच जीतकर 14 अंक तक पहुंचे. उसे यह भी दुआ करनी होगी कि पंजाब अपने दो में से एक मैच हारे. ऐसा होने पर 14 अंक पर बराबरी पर रहने वाली टीमों में से बेहतर रनरेट वाली टीम प्लेऑफ खेलेगी.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और दिल्ली कैपिटल्स के लिए भी चेन्नई की जीत अच्छी खबर है. इन दोनों टीमों के 12-12 मैचों से 14-14 अंक है. चेन्नई की जीत से यह तय हो गया है कि अब केकेआर के 16 अंक नहीं हो सकते. अब सिर्फ मुंबई, बैंगलोर, दिल्ली और पंजाब की टीमें ही 16 अंक तक पहुंच सकती हैं. यानी बैंगलोर और दिल्ली की टीमों को अब प्लेऑफ खेलने के लिए महज एक जीत की दरकार है. अगर वे दोनों मैच हार जाएं तब भी इस रेस में बनी रहेंगी. हालांकि, तब प्लेऑफ का समीकरण अंक के साथ-साथ नेट रनरेट भी तय करेगा और कम से कम बैंगलोर और दिल्ली ऐसी स्थिति में नहीं पड़ना चाहेंगी.