सब नेता हुन के देखिलयो, हर चुनाव में बोली ने जाए नृसिंह घाट को पुल बनई दांगा, आज तलक नी बनायो

सब नेता हुन के देखिलयो, हर चुनाव में बोली ने जाए नृसिंह घाट को पुल बनई दांगा, आज तलक नी बनायो


हाटपिपल्या6 घंटे पहले

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  • हाटपिपल्या के अरलावदा व चांसिया से चुनावी माहाैल की लाइव रिपाेर्ट, चुनावी शोर के बीच हावी है गांवों के स्थानीय मुद्दे
  • फसल का दाम, पानी व पुल-पुलियाओं की मांग ही मुख्य मुद्दा

(दीपक धाैसरिया) चुनावी शोर में गांवों में स्थानीय मुद्दे तो हावी हैं ही, लेकिन फसलों के सही दाम नहीं मिलने से नाराज किसान नेताओं को कोसते भी नजर आ रहे हैं। शुक्रवार दोपहर करीब डेढ़ बजे की बात है। हाटपिपल्या विधानसभा क्षेत्र के साढ़े तीन हजार की आबादी वाले चांसिया गांव के श्रीराम मंदिर में बैठे राजाराम पाटीदार अपने चार-पांच साथियों के साथ चुनावी गपशप कर रहे थे। तभी राजाराम अपने साथी आशाराम पाटीदार से बोले सब नेता हुन के देखिलयो।

हर बार चुनाव आवे जब बोली ने जाए नृसिंह घाट को पुल बनई दांगा। अन तमारा गांव में पानी की समस्या दूर कर दांगा, जो आज तलक दूर नी हुई। इतने में नारायण मुकाती व कन्हैयालाल पाटीदार बोल उठे दादा हुन पुल की बात करिया रिया हो। फसल तरफ तो देखो पिछले साल मक्का 2100 बिकी थी, अब सात सौ रुपए बिकी री है। इनी बार ज्यादा मक्का बोई थी। आस लगई थी भाव अच्चो मिलेगा, लेकिन नी मिल्यो।

ये मुद्दे भी हावी

  • प्याज का बीज साढ़े 7 हजार रुपए किलो बिक रहा। जब किसानों की उपज का दाम सही नहीं मिलता तो बीज इतना महंगा क्यों।
  • सरकार गरीबों के लिए जो योजनाएं बनाती है उस पर अच्छे से अमल भी होना चाहिए।
  • कागज पर बनी योजनाओं को अमल में भी लिया जाए।
  • युवाओं को रोजगार मिले।
  • सरकारी और प्राइवेट नौकरियां मिले।
  • क्षेत्र में उद्याेग आए ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार मिले।

बीच गांव में से नर्मदा का पानी निकल गया पर एक बूंद नहीं मिली
चुनावी माहौल में अरलावदा के मोहन राठौर की चाय की दुकान टाॅकिंग पाइंट बनी हुई है। यहां बैठे आठ-दस लाेग एक ही स्वर में पानी की समस्या की ही बात करते नजर आए। कोकिसिंह कहते हैं गांव में स्टॉपडेम, तालाब, नदी कुछ नहीं वो बने तो बात बने। बीच गांव में से नर्मदा का पानी निकल गया, लेकिन बूंद भर पानी नहीं मिला। रामप्रसाद पाटीदार व रशीद खां कहते हैं कि अभी तो दोनों दल के नेता आ रहे उनके आश्वासन सुन रहे हैं। न ही अभी तक फसल बीमे की राशि मिली न किसानों को उपज का सही दाम मिल रहा है। किसान तो परेशान ही है।

कौन प्रत्याशी सक्रिय रहेगा और कौन निष्क्रिय यह भी टाॅकिंग पाइंट
गांव की चौपाल पर प्रत्याशियों की सक्रियता व निष्क्रियता को लेकर भी चर्चा जाेर पकड़ रही है। लाेग आकलन लगा रहे हैं कि कौन ज्यादा समस्या सुनेगा व कौन ज्यादा गांव में आएगा। कौन वोट लेकर चला जाएगा।

आज कमलनाथ की बराेठा में सभा, कल शिवराज हाटपिपल्या में करेंगे राेड-शाे
हाटपिपल्या सीट जिताने के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चाैहान दम लगा रहे हैं तो कमलनाथ भी पीछे नहीं हट रहे हैं। 31 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बरोठा में सभा लेंगे तो प्रचार के आखरी दिन 1 नबंवर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान हाटपिपल्या नगर में रोड-शो करेंगे।



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