2 घंटे पहले
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लामटा-समनापुर रेलखंड पर आयुक्त रेलवे सेफ्टी एके राय की स्पेशल ट्रेन 117 की स्पीड से दौड़ी
- चिरईडोंगरी-मंडलाफोर्ट का आमान परिवर्तन और लामटा-समनापुर के बीच इलेक्ट्रीफिकेशन का कार्य पूरा
- जल्द ही दोनों रेलखंडों पर दौड़ती नजर आएगी उम्मीदों की ट्रेन, मिटेगी उत्तर-दक्षिण की दूरी
जबलपुर. आयुक्त रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) एके राय की स्पेशल ट्रेन 117 की स्पीड से लामटा-समनापुर ट्रैक पर दौड़ी। 23 किमी के इस ट्रैक का आमान परिवर्तन कार्य पहले ही पूरा हो चुका था। इलेक्ट्रीफिकेशन का कार्य पूरा होने के बाद सीआरएस निरीक्षण करने पहुंचे थे। सीआरएस ने इससे पहले शुक्रवार को नैनपुर-मंडला सेक्शन के अंतर्गत आने वाले चिरईडोंगरी-मंडलाफोर्ट के 25 किमी रेल पथ का निरीक्षण किया था। इस ट्रैक पर भी उन्होंने 113 की स्पीड से ट्रेन चलवाई थी।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने जबलपुर-गोंदिया ब्रॉडगेज परियोजना के अंतर्गत आमान परिवर्तन का कार्य पूरा कराया है। सीआरएस शुक्रवार से निरीक्षण के लिए नैनपुर में आए हुए है। पहले दिन उन्होंने नैनपुर-मंडला सेक्शन के अंतर्गत आने वाले चिरईडोंगरी से मंडला रेल पथ का ओपन ट्रॉली में बैठकर निरीक्षण किया था।
शनिवार सुबह सीआरएस एके राय ने जबलपुर-गोंदिया सेक्शन के लामटा-समनापुर के 23 किमी इलेक्ट्रीफिकेशन ट्रैक का ट्रेन चलाकर परीक्षण किया। इस ट्रैक पर सीआरएस ने 117 किमी की स्पीड से ट्रेन चलवा कर तकनीकी पहलुओं का परीक्षण किया। इस ट्रैक के चालू होते ही उत्तर-दक्षिण भारत के बीच 270 किमी की दूरी कम हो जाएगी।
परिचालन और संरक्षा से जुड़े पहलुओं पर दिए निर्देश-
निरीक्षण के दौरान सीआरएस ने परिचालन और संरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मौजूद अधिकारियों के साथ चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। आयुक्त रेलवे सेफ्टी की रिपोर्ट ओके मिलते ही दोनों रेल खंडों पर यात्री और मालगाडिय़ों का परिचालन संभव हो सकेगा।
निरीक्षण के दौरान नागपुर रेलवे मण्डल के डीआरएम मनिन्दर उप्पल, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण), प्रधान मुख्य अभियंता (निर्माण), उपमुख्य अभियंता, वरिष्ठ मण्डल अभियंता (समन्वय), सहित मंडल और बिलासपुर मुख्यालय के कई अधिकारी शामिल थे।