बनवार20 घंटे पहले
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- महादेव को भी ठंड से बचाने के लिए ऊनी वस्त्र धारण कराए जा रहे
शरद पूर्णिमा से सर्दियों यानी ठंड का अहसास होना शुरु हो जाता है। जिस तरह हम सभी ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लेते हैं। ठीक उसी तरह बांदकपुर के देव श्री जागेश्वरनाथ महादेव को भी ठंड से बचाने के लिए ऊनी वस्त्र धारण कराए जा रहे हैं। इसी आस्था भाव के चलते आज से जागेश्वरनाथ महादेव ऊनी और गर्म पोशाक में दर्शन देने लगे हैं।
कहते है कि जिस भाव से भगवान के दर्शन व उनकी सेवा करना चाहते हैं, भगवान भी उसी भाव में अपने भक्त को दर्शन देते हैं। यही वजह है कि शरद पूर्णिमा से भगवान जागेश्वरनाथ महादेव के श्रंगार की दिनचर्या बदल जाती है और सेवा का भाव में सर्दियों का श्रंगार पोशाक होती, वैसे तो सर्दियों का मौसम शरद पूर्णिमा से शुरू हो जाता लेकिन अभी दो तीन दिन से ठंड ने असर दिखना शुरू कर दिया है। भक्त खुद को ठंड से बचाने के लिए गरम कपड़े की पोशाक पहन रहे हैं।
ठीक सी तरह आस्था और भावना से मंदिर ट्रस्ट के द्वारा बांदकपुर में देव जागेश्वरनाथ महादेव शिवलिंग को गर्म कपड़ों की पोशाक नित्य संध्या आरती श्रंगार में गर्म पोशाक पहनाकर किया जा रहा है। बुंदेलखंड के तीर्थ क्षेत्र देव श्री जागेश्वर नाथ धाम बांदकपुर में भगवान भोलेनाथ माता पार्वती गर्म कपड़े पहनाए गए।
बांदकपुर मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधक राम कृपाल पाठक ने बताया कि शरद पूर्णिमा से शीत ऋतु लगते ही भगवान जागेश्वरनाथ का श्रंगार गर्म कपड़ों से शुरू हो जाता है अभी नित्य पूजन श्रंगार आरती में महादेव को गर्म कपड़ों की पोशाक धारण करवाई जा रही है।