मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को शिवराज सिंह और कमलनाथ के बीच साख की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है (न्यूज़ 18 ग्राफिक्स)
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 28 सीटों के विधानसभा उपचुनाव (Assembly By-Election) के लिए प्रचार का शोर थम गया है.
कमलनाथ ने अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए लिखा है कि क्या यह पाप है. कमलनाथ के इस सवाल का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर के जरिए जवाब दिया. उन्होंने लिखा कि कमलनाथ जी अपने वचनों को भूल जाना आपकी गलती थी. इतना ही नहीं शिवराज ने यह भी लिखा है कि कमलनाथ की नाकामियां पाप नहीं महापाप है.
कमलनाथ ने पूछा
विज्ञापन में कमलनाथ ने अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए लिखा है कि 27 लाख किसानों का कर्ज माफ करना क्या पाप है. ₹100 में 100 यूनिट बिजली देकर घरों को उजियारा देना 45 लाख बुजुर्गों दिव्यांगों और बहनों की पेंशन को दोगुना कर सम्मानजनक करना, कन्या विवाह की सहायता राशि को बढ़ाकर 51 हजार करना प्रदेश में हजारों गौशाला में बनाकर गौ माताओं को आशय देना और मध्य प्रदेश की नई पहचान और आपके भविष्य की नई तस्वीर बनाना क्या पाप है. अगर यह पाप है तो ऐसे पाप आपके लिए मैं फिर करूंगा, बार-बार करूंगा.शिवराज ने दिया जवाब
कमलनाथ की इन उपलब्धियों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जवाब दिया. उन्होंने लिखा है कि कमलनाथ जी अपने वचनों को भूल जाना आपकी गलती थी. 10 दिन में दो लाख की कर्ज माफी का झूठा वादा करना पाप नहीं महापाप है. सस्ती बिजली बोलकर जनता को बड़े-बड़े बिल थमाना पाप नहीं महापाप है. बुजुर्ग दिव्यांगों और बहनों को मिलने वाली पेंशन बंद करना, कन्या विवाह की सहायता राशि ₹51000 देने का वचन देकर एक ढेला नहीं देना महापाप है. युवाओं को ₹4000 महीने बेरोजगारी भत्ता देने का वचन भूल का दौर चढ़ाने और बैंड बजाने की सलाह देना महापाप है. अगर आप यह पाप बार-बार करोगे तो जनता काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ने देगी.